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कंप्यूटर क्या है, इसकी उपयोगिता एवं विशेषताएँ By वनिता कासनियां पंजाब चलिए जानते है के कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर एक मशीन है जो डेटा की गणना, स्टोर करने और जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द “computare” से लिया गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना.Computer Kya Hai Hindiइसका मुख्य तोर से तीन काम है. पहला डाटा को लेना जिसे हम Input भी कहते है. दूसरा काम उस डाटा को Processing करने का होता है और आकिर काम उस processed डाटा को दिखाने का होता है जिसे Output भी कहते हैं.Input Data → Processing → Output Dataमॉडर्न कंप्यूटर का जनक Charles Babbage को कहा जाता है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Mechanical कंप्यूटर को डिजाईन किया था, जिसे Analytical Engine के नाम से भी जाना जाता है. इसमें Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता था.तो कंप्यूटर को हम एक ऐसा advanced इलेक्ट्रॉनिक device कह सकते हैं जो की raw data को input के तोर में User से लेता है. फिर उस data को program (set of Instruction) के द्वारा प्रोसेस करता है और आखिर के परिणाम को Output के रूप में प्रकाशित करता है. ये दोनों numerical और non numerical (arithmetic and Logical) calculation को process करता है. उम्मीद है के आपको कंप्यूटर क्या होता है पसंद आया होगा.अनुक्रम दिखाएँ कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?तकनीकी रूप से कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं होता है. फिर भी कंप्यूटर का एक काल्पनिक फुल फॉर्म है,C – CommonlyO – OperatedM – MachineP – ParticularlyU – Used forT – Technical andE – EducationalR – Researchअगर आप इसे हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तोह कुछ ऐसा होगा, आम ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग की जाती है.कंप्यूटर कैसे चलाते हैं?कुछ लोगों के लिए, कंप्यूटर का उपयोग करना समझना मुश्किल हो सकता है. यह खंड आपको यह समझने में मदद करेगा कि अपने कंप्यूटर को आसानी से कैसे संचालित किया जाए.आप सोच रहे होंगे कि आप एक ही समय में कीबोर्ड और माउस का उपयोग कैसे कर सकते हैं? खैर, यह इतना जटिल नहीं है! इसे कैसे करें, इसके बारे में यहां कुछ निर्देश दिए गए हैं:वनिता कासनियां पंजाबमाउस पॉइंटर को उस आइकन या अक्षर पर ले जाएं, जिस पर आप क्लिक करना चाहते हैं.बाईं माउस बटन को दबाकर रखें.पॉइंटर को उस स्थान पर खींचें जहां आप क्लिक करना चाहते हैं.वांछित गंतव्य तक पहुंचने पर बाएं माउस बटन को छोड़ दें.कंप्यूटर का इतिहासइस बात की सही तरह से प्रमाण नहीं किया जा सकता है की कब से कंप्यूटर का development शुरू किया गया. लेकिन officially कंप्यूटर की development को generation के मुताबिक classify कर दिया गया है. ये मुख्य तोर से 5 हिस्सों में बंटे हुए हैं.जब बात Computer की generation की आती है तब इसका तात्पर्य है की Computer की पीडियां in hindi. जैसे जैसे computer में विकाश होते हैं उन्हें अलग अलग पीड़ियों में विभाजित कर दिया गया जिससे की इन्हें सठिक रूप से समझने में आसानी हो.1. कंप्यूटर की पहली पीढ़ी – 1940-1956 “Vacuum Tubes”सबसे पहले generation के कंप्यूटर Vaccum tubes को circuitry और Magnetic Drum को memory के लिए इस्तमाल करते थे. ये size में काफी बड़े बड़े हुआ करते थे. इनको चलाने में काफी शक्ति का इस्तमाल होता था.ज्यादा बड़ा होने के कारण इसमें heat की भी बहुत समस्या थी जिससे ये कई बार malfunction भी होता था. इनमे Machine Language का इस्तमाल होता था. उदहारण के तोर पे UNIVAC and ENIAC computers.2. कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी – 1956-1963 “Transistors”Second generation के computers में transistors ने vaccum tubes की जगह ले ली. Transistor बहुत ही कम जगह लेते थे, छोटे थे, faster थे, सस्ते थे और ज्यादा Energy Efficient थे. ये पहले generation के कंप्यूटर की तुलना में कम heat generate करते थे लेकिन फिर भी इसमें heat की समस्या अभी भी थी.इनमे High Level programming Language जैसे COBOL और FORTRAN को इस्तमाल में लाया गया था.3. कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी – 1964-1971 “Integrated Circuits”Third generation के कंप्यूटर में पहली बार Integrated Circuit का इस्तमाल किया गया था. जिसमे Transistors को छोटे छोटे कर silicon chip के अन्दर डाला जाता था जिसे Semi Conductor कहा जाता है. इससे ये फ़ायदा हुआ की कंप्यूटर की processing करने की क्षमता काफी हद तक बढ़ गयी.पहली बार इस generation के computers को ज्यादा user friendly बनाने के लिए Monitors, keyboards और Operating System का इस्तमाल किया गया. इसे पहली बार Market में launch किया गया.4. कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी – 1971-1985 “Microprocessors”Forth generation की ये खासियत है की इसमें Microprocessor का इस्तमाल किया गया. जिससे हजारों Integrated Circuit को एक ही सिलिकॉन chip में embedded किया गया. इससे मशीन के आकार को कम करने में बहुत आसानी हुई.Microprocessor के इस्तमाल से कंप्यूटर की efficiency और भी बढ़ गयी. ये बहुत ही काम समाया में बड़े बड़े कैलकुलेशन कर पा रहा था.5. कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – 1985-present “Artificial Intelligence”Fifth generation आज के दोर का है जहाँ की Artificial Intelligence ने अपना दबदबा कायम कर लिया है. अब नयी नयी Technology जैसे Speech recognition, Parallel Processing, Quantum Calculation जैसे कई advanced तकनीक इस्तमाल में आने लगे हैं.ये एक ऐसा generation हैं जहाँ की कंप्यूटर की Artificial Intelligence होने के कारण स्वयं decision लेने की क्ष्य्मता आ चुकी है. धीरे धीरे इसके सारे काम Automated हो जायेंगे.कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?Father Of Computer Charles Babbageआधुनिक कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है? ऐसे तो बहुत से लोगों ने इस Computing Field में अपना योगदान दिया है. लेकिन इन सब में से ज्यादा योगदान Charles Babage का है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Analytical Engine सन 1837 में निकला था.उनके इस engine में ALU, Basic Flow control और Integrated Memory की concept लागु की गयी थी. इसी model पे ही Base करके आजकल के कंप्यूटर को design किया गया. इसी कारन उनका योगदान सबसे ज्यादा है. तभी उनको कंप्यूटर के जनक के नाम से भी जाना जाता है.कंप्यूटर की परिभाषाकिसी भी modern digital कंप्यूटर के कई components हैं लेकिन उन में से कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण है जैसे Input device, Output Device, CPU(Central Processing Unit), Mass Storage Device और Memory.accepts data Inputprocesses data Processingproduces output Outputstores results Storageकंप्यूटर कैसे कार्य करता है?Input (Data): Input वो step है जिसमे की Raw Information को Input Device इस्तमाल करके कंप्यूटर में डाला जाता है. ये कोई letter, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है.Process: Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार processing की जाती है. ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है.Output: Output के दौरान जो data पहले से process हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है. और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए.कंप्यूटर की मूल यूनिटों का नामांकित चित्रयदि आपने कभी किस कंप्यूटर case के भीतर देखा होगा तो आपने ये जरुर पाया होगा की अन्दर छोटे छोटे कई components होते है, वो बहुत ही ज्यादा complicated दिखते हैं, पर वो actually में उतने complicated नहीं होते. अब में आप लोगों को इन्ही components बारे में कुछ जानकारी दूंगा.Computer Components in Hindiकंप्यूटर के मुख्य भागलोकप्रिय सॉफ़्टवेयर रिव्यु, कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य गियर कैसे चुनें, आदि के बारे में पढ़ने के लिए वनिता कासनियां पंजाब के ब्लॉगर पर जाए पर जाएंMotherboardकिसी भी कंप्यूटर का मुख्य circuit board को Motherboard कहा जाता है. ये एक पतली प्लेट की तरह दीखता है पर ये बहुत सी चीज़ों की धारण किया हुए होता है. जैसे CPU, Memory, Connectors hard drive और Optical Drive के लिए, expansion card Video और Audio को control करने के लिए, इसके साथ साथ कंप्यूटर के सभी Ports को connection. देखा जाये तो Motherboard कंप्यूटर के सारे पार्ट्स के साथ directly या in directly जुड़ा हुआ होता है.CPU/Processorक्या आप जानते है Central Processing Unit यानि CPU क्या है? इसको भी कहा जाता है. ये कंप्यूटर case के अन्दर Motherboard में पाया जाता है. इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है. ये किसी Computer के भीतर ही रहे सारे गतिविधियों के ऊपर नज़र रखे हुए होता है. जितनी ज्यादा एक Processor की speed होगी उतनी ही जल्दी ये processing कर पायेगा.RAMRAM को हम Random Acess Memory के नाम से भी जानते हैं. ये System का Short Term Memeory होता है. जब भी कभी कंप्यूटर कुछ कैलकुलेशन करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं. अगर कंप्यूटर बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है. यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करना चाहिए. Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रह सकती है.RAM को megabytes (MB) or gigabytes (GB) में मापा जाता हैं . जितना ज्यादा RAM होगा उतना हमरे लिए अच्छा हैं.Hard DriveHard Drive वो component है जहाँ software, documents और दुसरे file को save किया जाता है. इसमें data लम्बे समय तक store होकर रहता है.Power Supply UnitPower supply unit का काम होता है की Main Power Supply से पॉवर लेकर उसे जरुरत के अनुसार दुसरे components में Supply करना.Expansion Cardसभी Computers के Expansion Slots होते हैं जिससे की हम Future में कोई Expansion Card को add कर सकें. इन्हें PCI (Peripheral Components Interconnect) card भी कहा जाता है. लेकिन आज कल के Motherboard में built in ही कई Slots पहले से होते हैं. कुछ Expansion Card के नाम जो हम पुराने computers को update करने के लिए इस्तमाल कर सकते हैं.Video CardSound cardNetwork CardBluetooth Card (Adapter)यदि आप कभी computer के भीतरी चीज़ों को खोल रहे हैं तब आपको सबसे पहले मुख्य Socket से Plug का निकलना चाहिए.कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयरComputer hardware को हम कोई ऐसी Physical Device कह सकते हैं जिसे हम अपने कंप्यूटर में इस्तमाल करते हैं, वहीँ Computer Software का मतलब है codes का collection जिसे हम अपने Machine के Hard Drive में install करते हैं hardware को चलने के लिए.उदहारण के तोर पे कंप्यूटर मॉनिटर जो हम पड़ने के लिए इस्तमाल करते हैं, Mouse जिसे हम Navigate करने के लिए इस्तमाल करते हैं ये सब Computer Hardware हैं. वहीँ Internet Browser जिससे हम website visit करते हैं, और Operating System जिसमे की वो Internet Browser run होता है. ऐसी चीज़ों को हम Software कहते हैं.हम ये कह सकते हैं की एक कंप्यूटर Software और Hardware का समिश्रण है, दोनों की सामान भूमिकाएं हैं, दोनों साथ मिलकर ही कोई काम कर सकते हैं.कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindiजब भी हम कभी कंप्यूटर शब्द का इस्तमाल सुनते हैं तब हमारे मन में बस Personal कंप्यूटर का ही चित्र आता है. में आप लोगों को बता दूँ की Computers बहुत सारे प्रकार के होते हैं. विविन्न Shapes और Size के आते हैं. जरुरत के अनुसार हम इनका इस्तमाल करते हैं जैसे की ATM पैसे निकालने के लिए, Scanner किसी Barcode को स्कैन करने के लिए, Calculator किसी बड़ी calculation करने के लिए. ये सारे different types के Computer हैं.1. Desktopबहुत से लोग Desktop कंप्यूटर का इस्तमाल अपने घरों, स्कूलों और अपने Personal काम के लिए करते हैं. इनका डिजाईन कुछ इस प्रकार से होते हैं कि इन्हें हम अपने desk पर रख सकें. इनके बहुत सारे Parts होते हैं जैसे Monitor, Keyboard, Mouse, कंप्यूटर Case.2. LaptopLaptop के बारे में आप तो जानते ही होंगे जो की Battery Powered होते हैं, ये बहुत ही ज्यादा portable होते हैं जिससे इन्हें कहीं भी और कभी भी ले जाया जा सकता हैं.3. Tabletअब बात करते हैं Tablet की जिसे हम Handheld कंप्यूटर भी कहते हैं क्यूंकि इसे बड़ी आसानी से हातों में पकड़ा जा सकते है.इसमें Keyboard और Mouse नहीं होते, बस एक touch Sensitive स्क्रीन होता है जिसे typing और navigation के लिए इस्तमाल किया जाता है. Example- iPAD .4. Serversएक Server कुछ इसप्रकार का कंप्यूटर है जिसे हम Information के आदान प्रदान के लिए इस्तमाल करते हैं. उदहारण के तोर पे जब भी हम कोई चीज़ Internet में खोजते है वो सारी चीज़ें Server में ही store होती हैं.अन्य प्रकार के कंप्यूटरचलिए अब जानते हैं की अन्य प्रकार के computers क्या होते हैं.स्मार्टफ़ोन (Smartphone) : जब एक normal cell phone में Internet enable हो जाता है, वहीँ उसका इस्तमाल कर हम बहुत से कार्य कर सकते हैं तब ऐसे cell phone को स्मार्टफोन कहा जाता है.पहनने योग्य (Wearable) : पहनने योग्य तकनीक उपकरणों के एक समूह के लिए एक सामान्य शब्द है – जिसमें फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच शामिल हैं – इन्हें कुछ इसप्रकार से design किया गया है जिससे की इसे पूरे दिन पहने जा सकते हैं. इन उपकरणों को अक्सर पहनने योग्य कहा जाता है.गेम कंसोल (Game Control) : यह गेम कंसोल भी एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका उपयोग आपके टीवी पर वीडियो गेम खेलने के लिए करते हैं.टीवी (TV): टीवी भी एक प्रकार का computer होता है जिसमें अब काफी एप्लिकेशन या ऐप्स शामिल हैं जो की इसे Smart Tv में परिवर्तित करते हैं. वहीँ अब आप सीधे अपने टीवी पर इंटरनेट से वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं.कंप्यूटर का उपयोग – Application of Computer in Hindiकंप्यूटर का उपयोग कहाँ कहाँ होता है? देखा जाये तो कंप्यूटर का इस्तमाल हम अपने जीवन में हर जगह करते आ रहे हैं और करते रहेंगे. ये हमारा एक अंग सा बन गया है. मैंने इसके कुछ इस्तमाल को आपकी जानकारी के लिए निचे लिखी हुई हैं.शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: शिक्षा में इनका सबसे बड़ा हाथ है, अगर कोई स्टूडेंट को किसी चीज़ के बारे में जानकारी चाहिए तब उसे कुछ मिनटों में ही ये जानकारी उपलब्ध हो जाती है इसकी मदद से. Research से पता चला है की कंप्यूटर की मदद से किसी भी student की learning performance में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. आजकल को घर बैठे ही Online Classes की मदद से पढाई की जा सकती है.Health and Medicine: ये Health और मेडिसिन के लिए एक वरदान है. इसकी मदद से आजकल मरीजों का इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है. आजकल सभी चीज़े digital हो गयी है जिससे बड़ी आसानी से रोग के बारे में पता चल जाता है और उस हिसाब से उसका इलाज भी possible है. इससे operation भी आसान बन गए हैं.विज्ञान के छेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: ये तो Science की ही देन है. इससे research में बहुत ही आसानी होती है. आजकल एक नया ट्रेंड चल रहा है जिसे Collaboratory भी कहा जाता है जिससे दुनिया के सारे scientist एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं, इससे कुछ फरक नहीं पड़ता है की आप कोन से देश में मह्जूद हो.Business: Business में इसका बहुत बड़ा हाथ है productivity और competitiveness को बढ़ने के लिए. इसका इस्तमाल मुख्य तोर से Marketing, Retailing, Banking, Stock Trading में होता है. यहाँ सभी चीज़ें digital होने के कारण इसकी processing बड़ी ही फ़ास्ट हो गयी है. और आजकल Cashless Transaction पे ज्यादा importance दिया जा रहा है.Recreation and Entertainment: Entertainment के लिए ये एक नया अड्डा बन गया है, किसी भी चीज़ों के बारे में आप बात करो जैसे Movies, Sports या resturants कहीं की भी बात करो इनकी इस्तमाल सभी जगह है.Government: आजकल तो Government भी इनकी इस्तमाल के ऊपर ज्यादा focus दे रही है. यदि हम बात करें Traffic, Tourism, Information & Broadcasting, Education, Aviation सभी जगह में इनके इस्तमाल से हमारा काम बहुत हो आसन हो गया है.Defence: सेना में भी इनका इस्तमाल काफी हद तक बढ़ गया है. जिसकी मदद से अब हमारी सेना और ज्यादा सशक्त बन गयी है. क्यूंकि आजकल सभी चीज़ों को कंप्यूटर की मदद से control किया जाता है.ऐसी बहुत से जगह हैं जहाँ हम इसका इस्तमाल करते हैं हमारी जरुरत के अनुसार.कंप्यूटर के लाभवैसे ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा Computer ने हम इंसानों के जीवन को बहुत ही सहज बना दिया है अपने incredible Speed, Accuracy और Storage के मदद से.इससे इन्सान जब चाहें तब कुछ भी save कर सकते हैं और कुछ भी खोज सकते हैं आसानी से. हम कह सकते हैं की computer एक बहुत ही versatile machine होता है क्यूंकि ये बहुत ही flexible होता है अपने jobs को करने में.लेकिन इसके वाबजूद भी हम कह सकते हैं की computer एक बहुत ही versatile machine होता है क्यूंकि ये बहुत ही flexible होता है अपने काम को करने में, वहीँ इन machines के कुछ important advantages और disadvantages भी होते हैं.चलिए इनके विषय में जानते हैं.1. MultitaskingMultitasking एक बहुत ही बड़ी advantage होती है computer की. इसमें कोई आदमी आसानी से multiple task, multiple operation, numerical problems को calculate कर सकते हैं वो भी कुछ seconds में. Computer आसानी से trillion of instructions per second में calculate कर सकती हैं.2. Speedअब ये केवल एक calculating device बनकर ही नहीं रह गया है. अब ये हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है.इसकी बहुत ही बड़ी advantage हैं इसकी high speed, जो की इसे कोई भी task को complete करने में मदद करती है वो भी बहुत ही कम समय में. इसमें प्राय सभी operations को तुरंत ही किया जा सकता है, अन्यथा इन्हें करने में बहुत समय लगता.3. Cost / Stores करती हैं बड़ी मात्रा में dataयह एक low cost solution होता है. क्यूंकि इसमें कोई इन्सान बहुत ज्यादा मात्रा की data को कम budget में save कर सकता है. Centralized database का इस्तमाल से बहुत ही high quantity की information को store किया जा सकता है, जिससे की cost को बहुत हद तक कमाया जा सकता है.4. Accuracyये computer अपने calculation को लेकर बहुत ही ज्यादा accurate होते हैं, इनमें गलती होने की संभावनाएं न के बराबर होती है.5. Data SecurityDigital Data को protect करना ही Data Security कहलाता है. Computer हमारे digital data को unauthorized users जैसे की cyberattack या access attack से रक्षा करती है.कंप्यूटर के हानिअब चलिए Computer के कुछ disadvantages (कंप्यूटर की हानियाँ) के विषय में जानते हैं.1. Virus और Hacking AttacksVirus एक destructive program होता है और hacking उस unauthorized access को कहा जाता है जिसमें Owner को आपके बारे में पता नहीं होता हिया.इन Virus को आसानी से email attachment के द्वारा फैलाया जा सकता है, कभी कभी USB से भी, या किसी infected websites से इन्हें आपके computer तक पहुँचाया जा सकता है.वहीँ एक बार ये आपके computer तक पहुँच जाये तब आपके computer को बर्बाद कर देता है.2. Online Cyber Crimesइन Online cyber-crime को करने के लिए computer और network का इस्तमाल किया जाता है. वहीँ Cyberstalking और Identity theft भी इन्ही online cyber-crimes के तहत आते हैं.3. Employment opportunity में घटौती होनाचूँकि computer एक साथ बहुत से कार्य को करने में सक्षम होता है इसलिए employment opportunity को भरी नुकसान होता है.इसलिए banking sector से लेकर कोई भी governmental sectors की आप बात देख लो सभी भी computers को ज्यादा महत्व दिया जाता है लोगों के स्थान में. इसलिए बेरोजगारी केवल बढती ही जा रही है.दुसरे disadvantage की बात करूं तब इसकी IQ नहीं होती है, ये बिलकुल ही users के ऊपर निर्भर करता है, इसकी कोई feeling नहीं होती है, ये खुद से कोई decision नहीं ले सकता है.कंप्यूटर का भविस्यवैसे तो दिन ब दिन कंप्यूटर में काफी Technological बदलाव आ रहे है. दिन प्रतिदिन ये ज्यादा सस्ती और ज्यादा performance वाली और ज्याद capacity वाली बन रही है. जैसे जैसे लोगों की जरुरत बढ़ेगी वैसे वैसे इसमें और भी ज्यादा बदलाव आएगा. पहले तो ये एक घर के आकर का था, अब ये हमारे हाथों में ही समां जा रहा है.एक समय ऐसा भी आएगा जब ये हमारे मन से नियंत्रित होगा. आजकल Scientists Optical computer, DNA Computer, Neural Computer और Quantum Computer के ऊपर ज्यादा research कर रहे हैं . इसके साथ साथ ही Artificial Intelligence के ऊपर भी बहुत ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है ताकि ये खुदबखुद अपना काम सुचारू रूप से कर सके.कंप्यूटर क्या कार्य करता है?एक कंप्यूटर यूजर से इनपुट लेता है, निरदेश के अनुशार उसे प्रोसेस करता और और उसकी रिजल्ट को अपने आउटपुट डिवाइस के माध्यम से यूजर को दिखता है.कंप्यूटर के सभी कार्यों को कौन नियंत्रित करता है?CPU कंप्यूटर के सभी भागों के कार्य को नियंत्रित करता है.आज आपने क्या सीखा?अब तक आपको कंप्यूटर का introduction हिंदी में मिल चूका होगा. मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को कंप्यूटर क्या है (What is Computer in Hindi) और कंप्यूटर के प्रकार के बारे में पूरी जानकारी दी और आशा करता हूँ आप लोगों को इस कंप्यूटर Technology के बारे में समझ आ गया होगा.आसानी से अब आप कंप्यूटर किसे कहते हैं का जवाब बेझिझक दे सकते हैं. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं.वनिता कासनियां पंजाबमैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूंगी. आपको यह लेख कंप्यूटर किसे कहते है कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.

कंप्यूटर क्या है, इसकी उपयोगिता एवं विशेषताएँ By वनिता कासनियां पंजाब चलिए जानते है के  कंप्यूटर क्या है ?  कंप्यूटर  एक मशीन है जो डेटा की गणना, स्टोर करने और जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द “ computare ” से लिया गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना. इसका मुख्य तोर से तीन काम है.  पहला डाटा  को लेना जिसे हम Input भी कहते है.  दूसरा  काम उस  डाटा को Processing  करने का होता है और  आकिर काम  उस processed डाटा को दिखाने का होता है जिसे  Output  भी कहते हैं. Input Data →  Processing → Output Data मॉडर्न कंप्यूटर का जनक Charles Babbage को कहा जाता है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Mechanical कंप्यूटर को डिजाईन किया था, जिसे Analytical Engine के नाम से भी जाना जाता है. इसमें Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता था. तो कंप्यूटर को हम एक ऐसा advanced इलेक्ट्रॉनिक device कह सकते हैं जो की raw da...

IRCTC अकाउंट कैसे बनाएं 2022By वनिता कासनियां पंजाबआपको तो समझ आ गया होगा के IRCTC क्या है, तो चलिए जान लेते है IRCTC खाता कैसे बनाएं. अगर आपको ये tutorial समझ ने में परेशानी हो रही है तो आपके लिए Video भी दिया गया है.1. Official Website पे जाएँ और फॉर्म भरेंi) सबसे पहले आपको IRCTC के Official Account पर जाना होगा. वहां पर आपको Page के उपरी भाग में स्तिथ Sign up या Register पर click करना होता है. यहाँ पर इस लिंक(link) पे Click करें Register करने के लिए.ii) यहाँ पर नीच हमें आपके सुविधा के लिए IRCTC के Home Page की ScreenShot attach कर दी है. इस पेज में आपको ऊपर Register नजर आ रहा होगा उसके उपर click करें.IRCRC Register Hindiiii) उसके बाद ये पेज खुलेगा. ये असल में IRCTC Registration Form होता है. इस पेज में आपको सारे details भरने होंगे, वहीँ आपके सुविधा के लिए मैंने निचे form को उदहारण के तोर पर भरा है. Screenshot में जैसे जैसे form को भरा गया है आपको भी उसी तरह से अपना form भरना है.irctc registration formअब आपको Form को धीरे धीरे सही तरीके से भरना होगा. वहीँ जो चीज़ भरना है उसके विषय में मैंने नीचे आप लोगों को समझाया है. उसे ध्येयान से पढ़ लें, ताकि आगे कोई गलतियाँ न हो. (वनिता कासनियां पंजाब)। 1. User Name : – User Name character, Number या फिर दोनों को मिला के लिंक सकते हैं2. Securuty Question :- जो सवाल आपको असनि से याद रहे वही सवाल चुंने3. Answer : – जो सवाल आप चुने होंगे उसका उसका जवाब (answer) लिखे, मैंने भी उपर Security Question एवं answer का उधाहरण दिया हूँ4. First name: आपके पहला नाम जैसे मैं दिया CM5. Last Name: आपके नाम का पीछे वाला नाम जैसे मैंने दिया SHARMA6. Date Of Birth: आपका जन्म दिन7. Occupation: आपका काम8. Email id: आपका email id लिखो9. Mobile Number: जो नंबर आप इस्तिमाल करते हैं10. Nationality: Indian11. Address: यहाँ पे आप अपना पता लिखे12. Country: आपके देश का नाम13. Pin: आपके लोकल pin code को add करें14. State: आपके राज्य का नाम15. City और distirct: आपके जिला का नाम16. Phone: मोबाइल नंबर जिसका आप इस्तमाल करते हैं. क्यूंकि इसमें आपको एक OTP आने वाला होता है Registration प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए.17. उसके बाद जो भी हैं उन सबको yes करें उसके बाद जो code दिया गया हैं, उसको enter करके submit पे click करें2. अपने रजिस्ट्रेशन को सुनिश्चित करेi) फॉर्म submit करने के बाद एक dialogue box आएगा उसमे I Agree पर click करलें. इस पेज में accept के उपर click करें.irctc accept termsii) Accept करने के बाद आपको एक confirmation page खुलेगा. वहां ये लिखा होगा के आपका registration successfully हो गया है.irctc reg complate3. Mobile और Email को वेरीफाई करेअब यहाँ से आपको आगे login पेज पर जाना है और वहां पर आपको अपने userid और password की मदद से login कर लेना है.अब आगे के Process को Account Verification भी कहा जाता है. इसमें आपको आपके दिए Mobile number और Email Address से आपके account को ओउप्चारिक तोर से verify किया जायेगा तब जाकर registration process पूरा होगा.आपके Mobile number और Email ID दोनों पर IRCTC का message आएगा जिसमे 6 digit का OTP मिलेगा. पहले आप mobile में मिले OTP को डालकर Mobile Number verify करें उसके बाद Email ID में मिले OTP से Email ID को verify करें.irctc email confirm4. टिकेट बुक करेजब आप login करेंगे तो इस तरह का window आपको नज़र आएगा. जिसमें की आपको अपने फ़ोन और ईमेल पर मिले OTP को enter कर के उसे verify करना होता है.Note : कभी कभी OTP आने में समय लग सकता है ये आपके नेटवर्क पर नीतभार है. Email ID में भी थोड़ी देर कभी कभी हो सकती है. इसीलिए आप थोड़ा सब्र से काम लें. जब थोड़ी देर तक भी न मिले तो यहाँ से आप resend भी कर सकते हैं. irctc completeअब आप IRCTC online ticket Book करने के लिए तयार हैं, बस अभी आपको proceed for booking पे click करना है जो की screen shot पे साफ़ साफ़ दिख रहा है. Proceed for booking पे click करते ही ये पेज खुलेगा और इस पेज में आपको password डालना होगा और go पे click करें.irctc goएक बार जब आप OTP डालकर Mobile number और Email ID verify कर लेते हैं तो इस तरह का window आपको दिखाई देगा.Finally आपने successfully registration और confirmation पूरा कर लिया है तो अब आप अपने IRCTC Account से Ticket book करना शुरू कर सकते हैं. इसके लिए अब आप login page को ओपन करें. यहाँ से आप IRCTC Password Kaise Banaye पढ़ सकते है।ट्रेन कोच के प्रकारकक्षा या श्रेणी का मतलब है कि आप सामान्य ट्रेन कोच (General) या SL,1A,2A,3A,SL,2S,CC,GN में यात्रा करना चाहते हैं वो आपको चुनना होगा. चलिए अब अलग अलग श्रेणियों के विषय में जानते हैं.एसएल(SL)– स्लीपर क्लास(sleeper class) – चूँकि भारत में मध्य श्रेणी के लोगों की मात्रा ज्यादा है इसलिए इस Sleeper class का चुनाव सबसे ज्यादा होता है और train में ज्यादातर coaches भी SL की ही होती है. यदि कभी आपको advance या tatkal योजना के लिए इस कोच में सफ़र करने के लिए टिकट बुक करने की ज़रूरत पड़ती है. वहीँ भारत में ज्यादातर लोग बिना tickets के लिए सफ़र करना ज्यादा पसंद करते हैं जो की एक जघन्य अपराध है.1 ए(1A)– प्रथम श्रेणी एसी(First tier AC) – यह class मुख्य रूप से अमीरों और VIPs के लिए बनाया गया है. लकड़ी के सुसज्जित डिब्बों के साथ मूल रूप से एक पांच सितारा होटल(five star hotel) के कमरे की तरह. इसका ticket मूल्य सबसे ज्यादा होती है और इसमें बहुत से प्रकार की सुविधा प्रदान करी जाती है.2 ए(2A) – द्वितीय श्रेणी एसी(Second tier AC) – First Tier AC के बाद इसका number आता है. इसकी तुलना तीन सितारा होटल(three star hotel) से की जा सकती है. इसका मूल्य भी पहले के तुलना में थोडा कम होता है.3 ए(3A) – तीन स्तरीय एसी(Three tier AC) – इसे average indian का AC भी कहा जाता है. इस क्लास की बनावट SL class की तरह होता है, लेकिन इसमें एसी सर्विस साथ में मिलता है, इसलिए इसका मूल्य Sleeper Class से थोडा अधिक होता है.सीसी(CC ) – चेयर कार(Chair Car) – असल में इसकी बनावट बस की तरह होती है. इसमें भी अच्छी व्यवस्था होती है और इसके मुख्य रूप से दो प्रकार होते है with AC and without AC. मौसम के अनुसार आप इसमें सफ़र कर सकते हैं. मुख्य रूप से ये कम दूरता वाले स्थान के लिए उपयुक्त होता है.2 एस(2S) – दूसरी बैठक(Second sitting) – 3:2 सीटें, इसके लिए आपको टिकट advance में आरक्षित करना होगा. यह प्रायतः दिन की गाड़ियों में और छोटी दूरी की गाड़ियों में मौजूद होती हैं.जीएन(GN ) – इसे “सामान्य बोगी(general bogie)” कहा जाता है – यह एक द्वितीय श्रेणी के कोच होता है और इसका मूल्य सबसे कम होता है जिसके कारन इसमें हर कोई सफ़र कर सकता है.इसमें सफ़र करने के लिय आपको यात्रा की तारीख में ही टिकट बुक करना होता है क्यूंकि पहले से आप इसमें ticket book नहीं कर सकते हैं. भारत में सबसे सस्ती ticket होने के वाबजूद भी लोग इसमें free का सफ़र करना ज्यादा पसंद करते हैं.IRCTC को कौन देखरेख करता है?पहले BroadVision IRCTC को maintain करता था जो की सच में बहुत ही घटया था. लेकिन new IRCTC NGeT (Next Generation e-Ticketing) site को develop और maintain किया जाता है CRIS (Center for Railway Information Systems).CRIS ही इस site को पुरे तरीके से maintain भी करती है, वहीँ लेकिन IRCTC manage करती है System के commercial interfaces को.IRCTC नई वेबसाइट क्या है?हाल ही में ही IRCTC ने अपनी नयि New IRCTC next-generation e-ticketing website को लांच किया है : हाल ही में ही, Indian Railways की e-ticketing हिस्से ने i.e., Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) ने अपने Official Website को modernized किया है.इस new IRCTC Website में आपको बहुत से नए features देखने को मिलेंगे जो की पुराने website में नहीं थे. वहीँ बहुत से पुराने features को इसमें नए ढंग से पेश किया गया है. वहीँ ये बहुत ही ज्यादा Fast हैं और इसे migrate करना भी बड़ा आसान है पुराने के तुलना में. वहीँ irctc next generation login करना भी बहुत ही सरल है.IRCTC Train Status कैसे चेक करे?यदि आप IRCTC Live Train Status check करना चाहते हैं तब ये आप आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए लेकिन आपको Internet connection की जरुरत पड़ सकती है. ऐसे बहुत से sites हैं जहाँ पर आप Online IRCTC Live Train Status Check कर सकते हैं. उनमें से कुछ हैंRunning Status: https://runningstatus.inRail Yatri: https://www.railyatri.in/live-train-statuseRail.in: https://erail.ineTrain.info: https://etrain.info/in?PAGE=runningstatusवहीँ इसमें आप IRCTC Ticket की PNR status भी check कर सकते हैं. साथ में irctc Train availablity भी check कर सकते हैं.IRCTC की कस्टमर केयर नंबर क्या है?यदि आप IRCTC के Customer Care के साथ संपर्क करना चाहते हैं तब उसकी details निचे प्रदान की गयी है.Customer Care Numbers: 0755-6610661, 0755-4090600 (Language: Hindi और English)For Railway tickets booked through IRCTCGeneral InformationI-tickets/e-tickets : care@irctc.co.inFor Cancellation E-tickets : etickets@irctc.co.inIRCTC का फुल फॉर्म क्या है?IRCTC का फुल फॉर्म है “Indian Railway Catering and Tourism Corporation”.IRCTC का मालिक कौन है?Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC), एक subsidiary हिस्सा होता है Indian Railways का जो की catering, tourism और online ticketing operations को संभालता है Indian railways की.Indian Railways का मालिक है Government of India (भारत सरकार). इसे भारत सरकार के द्वारा ही maintain किया जाता है, वो भी Ministers of Railways के द्वारा.IRCTC का हिंदी रूपान्तरण क्या होगा?IRCTC का हिंदी रूपान्तरण होगा –“भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम”.आज आप ने क्या सीखामुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को IRCTC क्या है और इर्कटक अकाउंट कैसे बनाये के बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को भारतीय रेलवे के बारे में समझ आ गया होगा.मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ.मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूंगीआपको यह लेख IRCTC एजेंट कैसे बने कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले. मेरे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये. धन्यवाद, जय हिन्द.

IRCTC अकाउंट कैसे बनाएं 2022 By वनिता कासनियां पंजाब आपको तो समझ आ गया होगा के  IRCTC क्या है , तो चलिए जान लेते है IRCTC खाता कैसे बनाएं. अगर आपको ये tutorial समझ ने में परेशानी हो रही है तो आपके लिए Video भी दिया गया है. 1. Official Website पे जाएँ और फॉर्म भरें i) सबसे पहले आपको IRCTC के Official Account पर जाना होगा. वहां पर आपको Page के उपरी भाग में स्तिथ Sign up या Register पर click करना होता है. यहाँ पर इस लिंक(link) पे Click करें Register करने के लिए. ii) यहाँ पर नीच हमें आपके सुविधा के लिए IRCTC के Home Page की ScreenShot attach कर दी है. इस पेज में आपको ऊपर  Register  नजर आ रहा होगा उसके उपर click करें. iii) उसके बाद ये पेज खुलेगा. ये असल में IRCTC Registration Form होता है. इस पेज में आपको सारे details भरने होंगे, वहीँ आपके सुविधा के लिए मैंने निचे form को उदहारण के तोर पर भरा है. Screenshot में जैसे जैसे form को भरा गया है आपको भी उसी तरह से अपना form भरना है. अब आपको Form को धीरे धीरे सही तरीके से भरना होगा. वहीँ जो चीज़ भरना है उसके विषय में मैंने नीचे आप लोग...