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PM Kisan प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल 06 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। यह पैसा चार महीने में किसानों के खाते में 2-2 लाख रुपये की तीन किश्तों में पहुंचाया जाता है। अब तक 12 कोटा किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा चुका है। लेकिन कुछ पात्र किसानों की ऐसी शिकायतें भी आई हैं, जो 12 कोटे से वंचित रह गए हैं, तो इसके पीछे का कारण यह हो सकता है कि आपसे कोई गलती हुई होगी, इसलिए आपका 12 कोटा अटका हुआ है। कृपया हमें बताएं कि इन त्रुटियों को कैसे जांचें और ठीक करें ताकि 12वीं किस्त आपके खाते में जा सके। सबसे पहले उनकी आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं। अब होप पेज पर दायीं तरफ “Farmer Corner” ऑप्शन पर क्लिक करें। इस सेक्शन में “Beneficiary Status” वाले सेक्शन पर क्लिक करें। अब पीएम किसान खाता संख्या या पंजीकृत मोबाइल फोन नंबर में से किसी भी विकल्प का चयन करें। पूरा विवरण दर्ज करने के बाद, “डेटा प्राप्त करें” पर क्लिक करें। इसके बाद आपको स्क्रीन पर अपना पूरा स्टेटस दिखाई देगा। यहां आप अपना आधार नंबर, बैंक खाता आदि चेक कर सकते हैं। यह जांचने के लिए कि आपने जो जानकारी भरी है वह सही है। कृपया ध्यान दें कि यदि आपने पीएम किसान योजना पंजीकरण करते समय गलत जानकारी भरी है, तो पैसा आपके खाते में नहीं पहुंचेगा। यदि आप पीएम किसान योजना के प्राप्तकर्ताओं की सूची देखना चाहते हैं, तो आप उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर विवरण दर्ज करके उसका नाम सत्यापित कर सकते हैं। PM Kisan: यदि आपको भी नहीं मिले पीएम किसान के पैसे तो जल्द ही करे ये काम, अभी है आखिरी मौका ऐसे लें मदद अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र किसान हैं। लेकिन आपने पंजीकरण करते समय गलत जानकारी दर्ज की है, तो आप उसकी आधिकारिक मेल आईडी-pmkisan-ict@gov.in पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 155261 या 1800115526 या 011-23381092 पर संपर्क कर सकते हैं। यहां पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा।

  PM Kisan  प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल 06 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। यह पैसा चार महीने में किसानों के खाते में 2-2 लाख रुपये की तीन किश्तों में पहुंचाया जाता है। अब तक 12 कोटा किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा चुका है। लेकिन कुछ पात्र किसानों की ऐसी शिकायतें भी आई हैं, जो 12 कोटे से वंचित रह गए हैं, तो इसके पीछे का कारण यह हो सकता है कि आपसे कोई गलती हुई होगी, इसलिए आपका 12 कोटा अटका हुआ है। कृपया हमें बताएं कि इन त्रुटियों को कैसे जांचें और ठीक करें ताकि 12वीं किस्त आपके खाते में जा सके। सबसे पहले उनकी आधिकारिक वेबसाइट  pmkisan.gov.in  पर जाएं। अब होप पेज पर दायीं तरफ “Farmer Corner” ऑप्शन पर क्लिक करें। इस सेक्शन में “Beneficiary Status” वाले सेक्शन पर क्लिक करें। अब पीएम किसान खाता संख्या या पंजीकृत मोबाइल फोन नंबर में से किसी भी विकल्प का चयन करें। पूरा विवरण दर्ज करने के बाद, “डेटा प्राप्त करें” पर क्लिक करें। इसके बाद आपको स्क्रीन पर अपना पूरा स्टेटस दिखाई देगा। यहां आप अपना आधार नंबर, बैंक खाता आदि चेक कर सकते ह...
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Google AdSense क्या है? By वनिता कासनियां पंजाब Google AdSense एक ऐसी सेवा है जो वेबमास्टरों को अपनी साइट पर विज्ञापन प्रदर्शित करने की अनुमति देती है। Google विज्ञापन प्रदान करता है और वेबमास्टर को भुगतान करता है जब उनकी साइट पर कोई विज़िटर किसी विज्ञापन पर क्लिक करता है।Google Adsense Kya Hai HindiGoogle Adsense एक विज्ञापन नेटवर्क है, जिसका अर्थ है कि यह विज्ञापनदाताओं को अपने नेटवर्क में अन्य साइटों पर विज्ञापन रखने का अवसर प्रदान करता है। जब कोई इन साझेदार साइटों में से किसी एक पर जाता है और इनमें से किसी एक विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो विज्ञापनदाता इस क्लिक के लिए Google को भुगतान करता है। फिर Google उस पैसे का एक हिस्सा उस वेबमास्टर को देता है जिसने विज्ञापन दिया था।Impressions: ये रोज आपके ads कितनी बार देखे गए उसकी हिसाब से पैसे देता है. आप मान सकते है के ये हर 1000 view में $1 देता है.Clicks: ये depend करता है के आपके ads पर कितने clicks हुए.एक बार आपकी Adsense में account approve हो जाये तो आप अपने हिसाब से ads को look दे सकते है और ये भी decide कर सकते है के वो आपकी blog पे कहाँ दिखेगा. जब आपकी blog पे visitors आयेंगे और ads को देखेंगे और उसमे clicks करेंगे, तो आपकी earnings बढती जाएगी. एक बार ये $100 हो जाये तो आप उसे check के जरिये या फिर direct अपनी bank account में transfer कर सकते हैं.

Google AdSense क्या है? By  वनिता कासनियां पंजाब Google AdSense एक ऐसी सेवा है जो वेबमास्टरों को अपनी साइट पर विज्ञापन प्रदर्शित करने की अनुमति देती है। Google विज्ञापन प्रदान करता है और वेबमास्टर को भुगतान करता है जब उनकी साइट पर कोई विज़िटर किसी विज्ञापन पर क्लिक करता है। Google Adsense एक विज्ञापन नेटवर्क है, जिसका अर्थ है कि यह विज्ञापनदाताओं को अपने नेटवर्क में अन्य साइटों पर विज्ञापन रखने का अवसर प्रदान करता है। जब कोई इन साझेदार साइटों में से किसी एक पर जाता है और इनमें से किसी एक विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो विज्ञापनदाता इस क्लिक के लिए Google को भुगतान करता है। फिर Google उस पैसे का एक हिस्सा उस वेबमास्टर को देता है जिसने विज्ञापन दिया था। Impressions : ये रोज आपके ads कितनी बार देखे गए उसकी हिसाब से पैसे देता है. आप मान सकते है के ये हर 1000 view में $1 देता है. Clicks : ये depend करता है के आपके ads पर कितने clicks हुए. एक बार आपकी Adsense में account approve हो जाये तो आप अपने हिसाब से ads को look दे सकते है और ये भी decide कर सकते है के वो आपकी blog पे कहाँ दिखेगा. जब...

कार्तिक मास में सुख समृद्धि के लिये कुछ नियमों का पालन करें । By वनिता कासनियां पंजाब 1 ) जो कार्तिक मास प्राप्त हुआ देख पराये अन्न का सर्वथा त्याग करता है। (बाहर का कुछ नही खाता) उसे अतिक्रच्छ नामक यज्ञ करने का फल मिलता है। 2) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को कमल के फूल चढाता है। वह 1 करोड जन्म के पाप से मुक्त हो जाता है । 3) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को तुलसी चढाता है। वह हर 1 पत्ते पर 1 हीरा दान करने का फल पाता है। 4) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज गीता का एक अध्याय पडता है। वह कभी यमराज का मुख नही देखता । 5) जो मनुष्य कार्तिक मास मे शालिग्राम शिला का दान करता है। उसे सम्पूर्ण पृथ्वी के दान का फल मिलता है । 6) कार्तिक मास मे जो व्यक्ति पुरे मास पलाश की पत्तल मे भोजन करता है। वह विष्णु लोक को जाता है । 7) कार्तिक मास मे तुलसी पीपल और विष्णु की रोज पुजा करनी चाहिए । 8) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु के मंदिर की परिक्रमा करता है। उसे पग पग पर अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है। 9 ) इस जन्म मे जो पाप होते है। वह सब कार्तिक मास मे दीपदान करने से नष्ट हो जाता है। 10) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज नाम जप करते है। उनपर भगवान विष्णु प्रसन्न रहते है । 11) जो मनुष्य कार्तिक मास मे तुलसी ,पीपल या आवले का वृक्षारोपण करते है वह पेड जबतक प्रथ्वी पर रहते है। लगाने वाला तब तक वैकुण्ठ मे वास करता है।।।

  कार्तिक मास में सुख समृद्धि के लिये कुछ नियमों का पालन करें । By वनिता कासनियां पंजाब 1 ) जो कार्तिक मास प्राप्त हुआ देख पराये अन्न का सर्वथा त्याग करता है। (बाहर का कुछ नही खाता) उसे अतिक्रच्छ नामक यज्ञ करने का फल मिलता है। 2) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को कमल के फूल चढाता है। वह 1 करोड जन्म के पाप से मुक्त हो जाता है । 3) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु को तुलसी चढाता है। वह हर 1 पत्ते पर 1 हीरा दान करने का फल पाता है। 4) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज गीता का एक अध्याय पडता है। वह कभी यमराज का मुख नही देखता । 5) जो मनुष्य कार्तिक मास मे शालिग्राम शिला का दान करता है। उसे सम्पूर्ण पृथ्वी के दान का फल मिलता है । 6) कार्तिक मास मे जो व्यक्ति पुरे मास पलाश की पत्तल मे भोजन करता है। वह विष्णु लोक को जाता है । 7) कार्तिक मास मे तुलसी पीपल और विष्णु की रोज पुजा करनी चाहिए । 8) जो मनुष्य कार्तिक मास मे रोज भगवान विष्णु के मंदिर की परिक्रमा करता है। उसे पग पग पर अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है। 9 ) इस जन्म मे जो पाप होते है। वह सब कार्तिक मास मे दीपदान करने से नष्ट ह...

ब्लॉग लिखते समय अधिकतम कितने शब्दों की पोस्ट लिखी जा सकती है? वनिता कासनियां पंजाब द्वारा अनुरोध के लिए आप का धन्यवाद,आपने बोहत ही अच्छा और ब्लॉगिंग में फायदेमंद साबित होनेवाला सवाल किया है। वैसे देखा जाए तो ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए कई लोगो की अलग अलग राय होती है। कोई कहता है कि १००० शब्द होने चाहिए तो कोई कहता है ८०० होने चाहिए तो कोई १००० के ऊपर कहता है। लेकिन अगर SEO को समझ ले तो आपको पता चल जाएगा कि ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए आपको कम से कम ३५० शब्द लिखने होते है। और यदि आप ज्यादा से ज्यादा लिखना चाहते हो तो आप लिख सकते हैं। लेकिन जितना ज्यादा शब्द का आर्टिकल होगा उतना ही अधिक फायदा होता है।अक्सर लोग जब सर्च करते है तो वे यह चाहते हैं कि उन्हें अच्छी जानकारी प्राप्त हो। और यदि आप विस्तार से किसी विषय पर आर्टिकल लिखते है (७००-१००० शब्द) तो जाहिर सी बात है विज़िटर आपके साइट पर अधिक समय तक रहेगा और आपके उस आर्टिकल की सर्च होने में काफी सहायता होगी।यदि आप १००० शब्द का आर्टिकल लिखते है तो यक़ीनन जिस कीवर्ड पर आप आर्टिकल लिख रहे हो उस कीवर्ड को आप अपने आर्टिकल में कम से कम ८ बार तो रिपीट कर सकते हैं। इससे आर्टिकल गूगल सर्च होने में सहायता मिलेगी। यदि आप मेरा अनुभव सुनना चाहते है तो मैं अपना अनुभव आपके साथ सांझा करता हु।जब तक मुझे एडसेंस से अप्रूवल नही मिल रहा था तब तक मैं अपने सारे आर्टिकल १०००-१२०० शब्द तक लिखता था और मैंने तकरीबन २३ आर्टिकल १०००-१२०० शब्द का लिखा है। उसके बाद एडसेंस का अप्रूवल तो मिल गया फिर मैं आर्टिकल को कम शब्दों में यानी के ७००-७५० शब्दों में लिखने लगा। अंत मे आपसे यही कहूंगी कि आप जब भी आर्टिकल लिखे तो कम से कम ७०० शब्द तो होने चाहिए जिससे आपके ब्लॉग पर आनेवाले यूजर को समझने में आसानी होगी कि आर्टिकल में आपने किस प्रकार से समझाया है। और यूजर आपके साइट पर दोबारा जरूर आएंगे।यदि आपको हमारा जवाब अच्छा लगा तो अपवोट करना ना भूले। और यदि कोई अन्य प्रकार की सहायता चाहते है तो हमे फॉलो करना ना भूले।सवाल के अनुरोध के आपका धन्यवाद।What is the maximum number of words that can be written while writing a blog?by Vanitha Kasnian Punjthank you for the requesYou have asked a very good and beneficial question in blogging. thatt,ab

ब्लॉग लिखते समय अधिकतम कितने शब्दों की पोस्ट लिखी जा सकती है? वनिता कासनियां पंजाब द्वारा अनुरोध के लिए आप का धन्यवाद, आपने बोहत ही अच्छा और ब्लॉगिंग में फायदेमंद साबित होनेवाला सवाल किया है। वैसे देखा जाए तो ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए कई लोगो की अलग अलग राय होती है। कोई कहता है कि १००० शब्द होने चाहिए तो कोई कहता है ८०० होने चाहिए तो कोई १००० के ऊपर कहता है। लेकिन अगर  SEO  को समझ ले तो आपको पता चल जाएगा कि ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए आपको कम से कम  ३५० शब्द  लिखने होते है। और यदि आप ज्यादा से ज्यादा लिखना चाहते हो तो आप लिख सकते हैं। लेकिन जितना ज्यादा शब्द का आर्टिकल होगा उतना ही अधिक फायदा होता है। अक्सर लोग जब सर्च करते है तो वे यह चाहते हैं कि उन्हें अच्छी जानकारी प्राप्त हो। और यदि आप विस्तार से किसी विषय पर आर्टिकल लिखते है (७००-१००० शब्द) तो जाहिर सी बात है विज़िटर आपके साइट पर अधिक समय तक रहेगा और आपके उस आर्टिकल की सर्च होने में काफी सहायता होगी। यदि आप  १००० शब्द  का आर्टिकल लिखते है तो यक़ीनन जिस कीवर्ड पर आप आर्टिकल लिख रहे हो उस कीवर्ड को आप अपने आर...

डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता क्यों होती है? (Why Digital Marketing is Required ?)By वनिता कासनियां पंजाबडिजिटल मार्केटिंग आज के समय में कैसा प्रारूप ले चुका है जिसकी आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को समझना बहुत जरूरी है. क्योंकि आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग अपना एक अहम योगदान उपभोक्ता और उत्पादकों के बीच में निभा रही है. आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग की मुख्य आवश्यकता के बारे में.आज के समय में इतने अधिक उत्पाद और ब्रांड बढ़ गए हैं जिसकी वजह से प्रत्येक उपभोक्ता असमंजस में रहता है कि कौन सा उत्पाद खरीदा जाए और कौन सा नहीं. अब पहले की तरह किसी भी मैसेज या फिर किसी एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नहीं होती है. डिजिटल मार्केटिंग उपभोक्ताओं को ऐसा स्थान प्रदान करता है, जहां पर वे आसानी से प्रत्येक उत्पाद व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से विस्तार से समझने में सक्षम हो पाते हैं. और उत्पादक भी उपभोक्ताओं की जरूरत को समझते हुए अपने उत्पादों का निर्माण करता है, और सरल तरीके से प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचने में सक्षम होता है.इस प्लेटफार्म के जरिए प्रत्येक उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही वे आसानी से किसी भी उत्पाद व सेवाओं के बारे में अच्छा और बुरा पढ़कर उसको अपने जीवन में अपना सकते हैं. इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के वजह से कई सारे धोखाधड़ी और कालाबाजारी करने वाले लोग कम हो गए हैं. किसी भी प्रकार की वस्तु व सेवाओँ की खरीदारी हम ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये उचित मूल्य पर आसानी कर सकते है. वह उन वस्तुओं सेवाओं को पाकर संतुष्टि भी प्राप्त करते हैं.बाजार में बहुत सारे उत्पाद व सेवाएं मौजूद है अब किस पर विश्वास किया जाए और नहीं इसमें सबसे बेहद सहायक रास्ता डिजिटल मार्केटिंग है, जो किसी भी ब्रांड पर विश्वास कायम करने में हमारी मदद करता है. यदि उपभोक्ताओं का विश्वास किसी ब्रांड पर नहीं बनेगा, तो वे उस ब्रांड को उपयोग में नहीं ला पाएंगे. ऐसे में व्यापारियों का बहुत बड़ा नुकसान होता है, जिसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था को भी क्षति पहुंच सकती है.यह एक ऐसा प्लेटफार्म बन गया है जहां पर एक ही समय में एक ही वस्तु के कई सारे प्रकार उपभोक्ताओं के सामने प्रदर्शित किए जा सकते हैं. जिससे वे उन वस्तुओं व सेवाओं की तुलना करने के बाद अपनी जरूरत के अनुसार सबसे बेस्ट चीज चुन सकते हैं.डिजिटल मार्केटिंग के लाभ (Digital Marketing Benefits)डिजिटल मार्केटिंग के जरिए व्यापारियों व उपभोक्ताओं दोनों को ही लाभ पहुंचता है. वे किसी भी वस्तु को लेकर जागरूक भी होते हैं, व उससे आसानी से जुड़ते भी हैं. किसी भी वस्तु के लिए जागरूक और उस वस्तु पर विश्वास होने से वे अपनी मनचाही जरूरतों को आसानी से पूरा करने में मदद मिलती हैं.नई खरीदारों और नए व्यापारियों के लिए यह एक बेहतर प्लेटफार्म है जिससे वे एक दूसरे की जरूरत को समझते हुए काम करते हैं. नए व्यापारियों को यह आगे बढ़ने का मौका देता है, तो नए खरीदारों को बेहतर सेवाएं व वस्तुएं प्राप्त करने का एक उचित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है.डिजिटल मार्केटिंग के जरिए किसी भी वस्तुओं सेवाओं के विस्तार में बहुत अधिक सहायता मिलती है, क्योंकि यदि एक व्यक्ति को वह वस्तु या सेवा अधिक पसंद आती है, तो वह अपने मित्र व सगे संबंधियों के बीच उसे आसानी से शेयर भी करता है. इससे किसी भी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं को वितरित करने में आसानी होती है.उपभोक्ताओं व उत्पादक का सीधा संपर्क होने की वजह से वह आसानी से किसी भी सेवा व वस्तु का पूरा लाभ शीघ्रता और आसानी से प्राप्त कर सकते है. सही मायने में देखा जाए तो उचित कीमत पर सही वस्तु व सेवाएं उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एक सबसे सुगम और सरल रास्ता डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है. इसकी वजह से वे पूरी तरह संतुष्ट होते हैं और आनंद की प्राप्ति करते हैं.एक ऐसा सरल रास्ता उपभोक्ताओं और उत्पादकों के बीच डिजिटल मार्केटिंग बन चुका है जहां से आसानी से किसी भी ब्रांड की विश्वसनीयता को उपभोक्ताओं के बीच में बढ़ाने में सहायता मिलती है. व्यापारियों द्वारा निर्मित किसी भी वस्तु को अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्थापित करने में इसका बहुत बड़ा योगदान है.किसी भी व्यवसाय को बढ़ाने और अपने उत्पादों को देश विदेश में पहुंचाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग सबसे अधिक किफायती और सुगम तरीका होता है. साथ में उपभोक्ता उत्पादक के बीच के संपर्क को भी बनाने मे सरलता मिलती है. यह एक ऐसा सरल तरीका है, जिसका उपयोग किसी भी देश में बैठे व्यक्ति आसानी से कर सकते हैं. यह देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार (Digital Marketing Types)मुख्य रूप से डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए 2 तरीके अपनाए जा सकते हैं, जिसमें ऑनलाइन मार्केटिंग और ऑफलाइन मार्केटिंग आते हैं.ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग :- डिजिटल मार्केटिंग में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ही नहीं बल्कि ऑफलाइन प्लेटफॉर्म भी अपनी अहम भूमिका निभाता है. इसमें बिना इंटरनेट से जुड़े आप अपने व्यवसाय से जुड़ी डिजिटल मार्केटिंग आसानी से कर सकते हैं. आइए जानते हैं कौन सी डिवाइस का उपयोग करके आप आसानी से ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफार्म पर अपना व्यवसाय ला सकते हैं.रेडियो :- रेडियो के बारे में तो आप जानते ही होंगे जो बहुत पुराना तरीका है और सबसे आसान भी. जिस समय इंटरनेट का अविष्कार भी नहीं हुआ था उस समय से रेडियो डिजिटल मार्केटिंग में अपनी अहम भूमिका निभाता रहा है. डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपनी बात आसानी से सभी उपभोक्ताओं के बीच में लाई जा सकती है. इंटरनेट के इतने इस्तेमाल के बाद भी अब तक रेडियो का इस्तेमाल कम नहीं हुआ है, बल्कि बीते 10 सालों में (साल 2018 तक) रेडियो चैनल्स की कमाई 470 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है.टीवी :– टीवी तो आमतौर पर सबके घरों में मिल ही जाती है. उस पर डेली सोप्स और फिल्मों के बीच कितने प्रकार के विज्ञापन आते हैं, कि उन्हें देखकर किसी भी वस्तुओं व सेवाओं के लिए हम जल्द ही आकर्षित हो जाते हैं. अतः डिजिटल मार्केटिंग का सबसे आसान और सबसे आकर्षित तरीका मात्र टीवी ही है.मोबाइल :- ऑफलाइन तरीके में मोबाइल का इस्तेमाल करके भी डिजिटल मार्केटिंग की जा सकती है, यह एक सबसे आसान तरीका है. ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसके हाथ में मोबाइल ना हो. ऐसे में ऑफलाइन तरीके से फोन करके या फिर मैसेजेस के जरिए आसानी से डिजिटल मार्केटिंग को अंजाम दिया जा सकता है.ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग :- इंटरनेट के इस्तेमाल ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को एक वृहद रूप प्रदान किया है. इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग आसानी से की जाती है. और सरलता से सभी उत्पाद व सेवाएं उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में मदद मिलती है.सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन :- इंटरनेट के इस्तेमाल ने वेबसाइट की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ा दी है. ऐसे में किसी भी वेबसाइट का स्तर बढ़ाने के लिए सर्च इंजन एक बेहतर स्थान है. किसी भी वेबसाइट पर कितने लोग आते हैं और उस विज्ञापन व उस वेबसाइट पर मौजूद कंटेंट को देखते हैं या फिर पढ़ते हैं, यह सब वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए बहुत जरूरी होता है और यह ट्रैफिक लाने का सबसे आसान तरीका माना गया है. पाठकों के लिए और बहुत से उपभोक्ताओं के लिए इनके बीच में कई सारे विज्ञापन भी प्रदर्शित किए जाते हैं. वह उन सेवा व वस्तुओं तक आसानी से पहुंचने में मदद भी करते हैं.सर्च इंजन मार्केटिंग :- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए हम बिना कोई मूल्य चुकाए अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक ला सकते हैं. परंतु सर्च इंजन मार्केटिंग मतलब SEM एक ऐसा तरीका है जिस पर कुछ मूल्य चुकाने के बाद आप अपने विज्ञापनों को बड़ी-बड़ी वेबसाइट पर दिखा सकते हैं, जिससे आपको कई सारे उपभोक्ता आसानी से प्राप्त हो जाते है.पे पर क्लिक एडवरटाइजिंग (PPC) :- किसी भी प्रकार के विज्ञापन को चलाने के लिए यह बहुत आसान और सुगम तरीका है. वेबसाइट पर कुछ इस तरह के विज्ञापन प्रदर्शित किये जाते है, कि यदि कोई पाठक उस विज्ञापन पर क्लिक कर देता है तो ऐसे में वेबसाइट को एक निर्धारित मूल्य की प्राप्ति होती है. गूगल पर किसी भी प्रकार का सवाल डालने पर उससे जुड़े कई सारे जवाब हमारे सामने प्रदर्शित किए जाते हैं. और उनसे जुड़े बहुत से विज्ञापन भी दिखाए जाते हैं. ऐसे में उन विज्ञापनों पर मात्र एक क्लिक करने से ही और उसके बारे में वहां पर दी हुई जानकारी देखने से उस वेबसाइट का स्वामित्व रखने वाले व्यक्ति को गूगल द्वारा स्वयं ही एक राशि का भुगतान कर दिया जाता है.सोशल मीडिया मार्केटिंग :- आज के समय में किसी भी देश व किसी भी स्थान का व्यक्ति सोशल मीडिया के बिना नहीं रह सकता है. सोशल मीडिया पर बहुत सारे उत्पाद विज्ञापित किए जाते हैं और उनके जरिए आकर्षित वस्तुओं की ओर आकर्षित होकर बहुत जल्द उन्हें अपने जीवन में अपनाया भी जाता है. जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर आदि. इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बहुत से व्यापारी अपने प्रोडक्ट्स आसानी से उपभोक्ताओं तक पहुंचाते हैं. अतः उपभोक्ताओं की जरूरत उनकी इच्छा अनुसार पूरी करके कोई भी व्यापारी उनका पसंदीदा बन जाता है.कंटेंट मार्केटिंग :- कंटेंट मार्केटिंग के जरिए नियमित रूप से आने वाले पाठकों के लिए आकर्षित लेख डाले जाते हैं, जिन्हें पढ़कर वे वस्तुओं व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से समझ पाते हैं. जिन्हें पढ़कर कोई भी उपभोक्ता आसानी से किसी ब्रांड पर विश्वास करता है और उसका नियमित कस्टमर बन जाता है. इनमें मुख्य रूप से ब्लॉग पोस्ट वीडियो ई – बुक इंफोग्राफिक पॉडकास्ट आदि सम्मिलित किए जाते हैं, जो आसानी से किसी भी ब्रांड या प्रोडक्ट के लिए वेबसाइट को प्रमोट करते हैं. ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने का यह सबसे सरल और किफायती मार्ग बन चुका है.ई-मेल मार्केटिंग :- ईमेल मार्केटिंग भी पुराने तरीकों में से एक है इसके जरिए आसानी से कोई भी व्यापारी अपने द्वारा बनाए गए उत्पादों व सेवाओं को आसानी से विज्ञापित करके उपभोक्ताओं तक पहुंचा देता है. इसमें सबसे किफायती बात यह है कि यह सबसे सस्ता और सरल तरीका है. यह एक ऐसा सुगम तरीका है जो उपभोक्ताओं को व्यापारियों से जोड़ता है, और व्यापारियों को अपने व्यापार को बढ़ावा देने में बहुत सहायता मिलती है.एफिलेटेड मार्केटिंग :- एफिलेटेड मार्केटिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है, जो आजकल के युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सबके बीच में फैला हुआ है. यह तरीका उपभोक्ताओं तक उत्पाद तो पहुंचाता ही है, साथ ही बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करता है. घर में बैठी ग्रहणी हो या फिर रिटायर्ड हुए कोई व्यक्ति, प्रत्येक व्यक्ति रिलेटेड मार्केटिंग से आज के समय में जुड़ चुका है. मुख्य रूप से इसमें यह कार्य होता है कि कोई भी विश्वसनीय ब्रांड या प्रोडक्ट अपने सर्विस का प्रचार व प्रसार करते हैं और धीरे-धीरे उनसे कई व्यक्तियों को जोड़ लेते हैं. आगे के प्रचार व प्रसार में वे व्यक्ति उनकी मदद करते हैं जिसके बदले वे अपनी सेवाओं और वस्तुओं के विक्रय होने पर उन्हें कुछ कमीशन का भुगतान किया जाता हैं.अंत में यदि देखा जाए और समझा जाए तो डिजिटल मार्केटिंग किसी भी व्यापार को बढ़ाने और उसको उपभोक्ताओं के बीच लाने के लिए एक उचित प्लेटफार्म बन चुका है. यह उत्पादक और उपभोक्ताओं के बीच एक बेहतर और विश्वसनीय संबंध बनाने में बेहद सहायक सिद्ध हो रहा है. डिजिटल मार्केटिंग के जरिए तो धन की प्राप्ति होती ही है, साथ में कुछ ऐसे लोग भी हमसे जुड़ जाते हैं जो अपने खाली समय में धन अर्जित करने में सक्षम हो पाते हैं. व्यवसाय के विस्तार व प्रसार के लिए एक अहम प्लेटफार्म के रूप में डिजिटल मार्केटिंग को जाना जाता है. किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने का काम भी डिजिटल मार्केटिंग ही कर रहा है. इसलिए डिजिटल मार्केटिंग ने अपनी एक अच्छी खासी पकड़ व्यापारियों व उपभोक्ता के बीच बना ली है.

डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता क्यों होती है? (Why Digital Marketing is Required ?) By वनिता कासनियां पंजाब डिजिटल मार्केटिंग आज के समय में कैसा प्रारूप ले चुका है जिसकी आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को समझना बहुत जरूरी है. क्योंकि आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग अपना एक अहम योगदान उपभोक्ता और उत्पादकों के बीच में निभा रही है. आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग की मुख्य आवश्यकता के बारे में. आज के समय में इतने अधिक उत्पाद और ब्रांड बढ़ गए हैं जिसकी वजह से प्रत्येक उपभोक्ता असमंजस में रहता है कि कौन सा उत्पाद खरीदा जाए और कौन सा नहीं. अब पहले की तरह किसी भी मैसेज या फिर किसी एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नहीं होती है. डिजिटल मार्केटिंग उपभोक्ताओं को ऐसा स्थान प्रदान करता है, जहां पर वे आसानी से प्रत्येक उत्पाद व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से विस्तार से समझने में सक्षम हो पाते हैं. और उत्पादक भी उपभोक्ताओं की जरूरत को समझते हुए अपने उत्पादों का निर्माण करता है, और सरल तरीके से प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचने में सक्षम होता है. इस प्लेटफार्म के जरिए प्रत्येक उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार उत्पा...

Blogger ,ब्लॉग में बैकलिंक क्या है ये SEO के लिए क्यों जरूरी होते है By -वनिता कासनियां पंजाब सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) की इस दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले शब्दों में से एक “बैकलिंक” है। कई एसे ब्लॉगर्स हैं जिन्होंने हाल ही में अपना एक ब्लॉग या एक वेबसाइट शुरू की है,और वह अक्सर यह समझने के लिए संघर्ष करते हैं Google पर सर्च करते है कि “बैकलिंक” शब्द का अर्थ क्या है।आज हम बैकलिंक क्या हैै सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) के लिये ये कितना महत्व रखता हैं और इसे आप कैसे हसिल करे इसके बारे मे बतायेगे।ब्लॉग में Backlinks क्या हैं (What is Backlink in Hindi),backlinkBlog Backlinks एक प्रकार का लिंक है जो एक वेबसाइट को दूसरी वेबसाइट से मिलती है बैकलिंक Search Engine परिणामों में वेबसाइट के प्रमुखता पर बैकलिंक्स एक बड़ा प्रभाव डालते हैं, यही कारण है कि बैकलिंक्स वेबसाइट की SEO Ranking में सुधार के लिए बहुत उपयोगी माना जाता हैSearch Engine परिणामों को दिखाने के के लिए कई कारकों का उपयोग करके उनकी रैंकिंग की गणना करते हैं। पर कोई भी ये नही जानता कि परिणामों को सूचीबद्ध करते समय खोज इंजन बैकलिंक्स को कितना महत्व देते हैं। हलाकि हम सब जानते हैै कि बैकलिंक्स बहुत महत्वपूर्ण हैं।Backlinks नैचुरल होना चहिये, इसका मतलब यह है कि अपनी खुद की वेबसाइट के Backlinks को बनाने के लिये Artificial तरिको का उपयोग नहीं करना चाहिए, लिंक Relevant होना चहिये, लिंक की Quality अधिक महत्वपूर्ण है आप जोभी लिंक बनाये इसका खास खयाल रहे की वो एक अच्छे Domain Authority के हो।उदाहरण: एक वेबसाइट A restaurant कि हैैं और इसे वेबसाइट को B से एक बैकलिंक मिलता है जो एक food review blog or website है। यह एक मूल्यवान, नैचुरल और Relevant बैकलिंक है जिसे वेबसाइट A ने प्राप्त किया है।बैकलिंक्स के महत्व को तो आप समझ हि गये होगे, इन मह्त्व को देखते हुवे लोग आज कल गलत तरह से अपने Website or Blog के लिये Backlinks प्राप्त करते है जैसे बैकलिंक्स खरीदना, बैकलिंक्स बेचना, बैकलिंक्स एक दुसरे से बदलना, इत्यादि इनमे से बहुत से ऐसे तरिके है जोकि Search Engine पसंद नही करता जिसके करण उनकी वेबसाइट को निष्क्रिय और दंडित कर देता हैं।यहाँ कुछ शब्द है जो आपको पता होना चाहिए जिनको SEO मे इस्तिमाल किया जाता हैंं।Link Juice: जब कोई वेबपेज आपके द्वारा लिखे गये किसी Post या आपकी वेबसाइट के HomePage से Link होता है यानी जुडता हैैं , तो उस लिंक को “Link Juice” पास करता है। यह लिंक जूस उस क Post को रैंकिंग मे मदद करता है, साथ हि साथ Domain Authority में भी सुधार करता है। अगर आप नही चह्ते हैं कि आपके लिंक को link Juce के द्वारा पास किया जाये तो आप इसमे No-Follow टैग का इसतमाल कर उसे रोक सकते हैं।No-Follow Links: जब कोई वेबसाइट किसी दुसरी वेबसाइट से लिंक करती है, लेकिन लिंक मे No-Follow टैग मौजुद होता है, तो उस लिंक को लिंक जूस पास नहीं करता है। पेज़ कि रैंकिंग के संबंध में No-Follow लिंक किसी भी तरह से उपयोगी नहीं हैं क्योंकि वो कुछ भी योगदान नहीं करते हैं। इन No-Follow टैग का इसतमाल लोग तभी करते है जब वो चहते है कि उनकी वेबसाइट दुसरी साइट से लिंक हो पर ये Search Engine को न पता चले, कुछ जगाह पर Webmaster No-Follow टैग का इसतमाल तब करते हैं जब वो किसी Unrelevant साइट से लिंक करते हैं।Do-Follow Link: किसी भी ब्लॉग पोस्ट और वेबसाइट में आपके द्वारा जोड़े गए सभी लिंक Do-Follow लिंक होते हैंं ये जबतक No-Follow नही होते जबतक इनमे No-follow टैग को शमिल नही किया जाता हैं, Do-Follow लिंक आपके Blog और Website के लिये हर तरह से उपयोगी होते हैंं इन लिंक को Link Juice से पास किया जाताा हैंंLinking Root Domains: यह एक विशिष्ट डोमेन से आपके Blog or Website में आने वाले सभी बैकलिंक्स की संख्या को प्रस्तुत करता है, अगर आपका Blog और Website किसी साइट से 10 बार लिंक हैं तो यह पर सिर्फ एक लिंक को Root Domain से लिंक माना जाता हैं।Internal Links: एक ही Blog और Website के बहुत सारे लिंक जो उसी Blog और Website के किसी अन्य पेज़ से लिंक होते हैं इसको InterLinking या Internal Links कहते हैं।Low-Quality Links: Low-Quality Links वो लिंक होते हैं जो किसी खराब Blog और Website से आपके Blog या Website पर आते हैं जैसे spam sites, automated sites, harvested sites, or porn sites etc. इन लिंक से आपके Blog और Website की Rank मे सुधार ना होकर उनकी Ranking को कम कर दिया जाता हैैंAnchor Text: हाइपरलिंक के लिए यूज़् किये जाने वाले Text को हम “Anchor Text” कहते है। जब आप किसी कीवर्ड को रैंक करने का प्रयास कर रहे हों तो Anchor Text बैकलिंक बहुत अच्छा होता है।SEO मे बैकलिंक्स के क्या फायदे हैइससे पहले कि हम बैकलिंक्स के फायदों के बारे में बात करे आपको ये भी जानना बहुत जरूरी हैं कि पिछले कुछ सालो मे बैकलिंक्स के विषय मे बहुत सारे बदलाव हुवे है।कुछ सालो पहले Low-Quality के Backlinks भी साइट की रैंकिग मे मदद करते थे, लेकिन जब से Google ने अपने “Penguin algorithm” को लाया है तब से Backlinking का पूरा का पूरा परिदृश्य ही बदल गया हैं, जो Low-Quality के बैकलिंक्स कभी रैैंकिग मे मदद करते थे अब वो नुकसान भी करते हैं।अब बहुत जरूरी हो गया हैं कि आपके Blog और Website पर High Domain Authority के लिंक हो और वो सभी लिंक Relevant होना चहिये, उदाहरण के लिये मान ले आपकी “कपड़े” की एक साइट है और आप “Gaming” की साइट से लिंक बना रहे हैै ये लिंक किसी भी काम के नही होगे, आपको लिंक को बनाते समय ये खास खयाल रखना है के आप जोभी लिंक प्राप्त करे, वो सभी समान Niche पर हो, Relevant लिंक होना चाहिये।Organic Ranking मे सुधार करता हैंबैकलिंक्स आपकी साइट को एक अच्छी सर्च इंजन रैंकिग पाने मे बहुत मदद करते हैंं इसे समझने के लिये हम एक Keyword को लेगे और उसे Ahrefs’ Keywords Explorer पर देखेगे, निचे दिखाये गये SERP overview फोटो मे ये देख सकते हैंं कि अधिकांश उच्च-रैंकिंग पेज़ में बहुत सारे बैकलिंक्स हैंNote: SERP का मतलब है सर्च इंजन रिज्लट पेज़।seo-backlink-Ahrefsअगर आपका लेख अन्य वेबसाइट या ब्लोग से लिंक प्राप्त कर रहा हैंं, तो आपका लेख स्वाभाविक रूप से में Search Engine मे उच्च रैंक करना शुरू कर देगा, यदि ऐसा नही है तो आप को उन्हे बनाने की आवश्यकता है। आपके Post के साथ साथ होमपेज़ पर भी बैकलिंक्स होना महत्वपूर्ण हैReferral Trafficबैकलिंक्स का एक सबसे बड़ा फयदा यह है कि वे रेफरल ट्रैफ़िक प्राप्त करने में मदद करते हैं, कोई व्यक्ति जो अन्य Blog पर कोई लेख पढ़ रहा है और वह पर उसे आपकी पोस्ट का लिंक दिखता हैं और अधिक जानकारी पाने के लिये वो उस लिंक से आपकी वेबसाइट के लेख पर आते हैं।जब कोई व्यक्ति आपके लेख को पढ़ने के लिये आपकी साइट पर आता हैै और उसको relevant लेख मिलता है तो वह आपकी साइट पर काफी वक्त तक रूका रह्ता है जिससे User Engagement मे वृद्धि होती हैै और Bounce Rate मे भी कमी होती हैं।बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रमबैकलिंक्स कैसे प्राप्त करे?अब आप बैकलिंक” शब्द का अर्थ क्या है ये समझ हि गये होगे, क्योंकि यह SEO से संबंधित है और SEO मे इसका कितना मह्त्व हैंं ये भी जान गये है, अब हम बैकलिंक्स कैसे प्राप्त करे ये जानेगे.एक महत्वपूर्ण बात जो आपको बैकलिंक के बारे मे ध्यान में रखना है वो ये कि backlinks की संख्या मायने नही रखती है, बल्कि backlinks की गुणवत्ता मायने है। 10 कम अच्छे backlinks बनाने से बेहतर हैै कि एक Hihg Quality बैकलिंक बनाया जाये।ये वो कुछ तरिके है जिनसे आप Quality Backlinks प्राप्त कर सकते है।एक अच्छा लेख लिखेGuest Post को लिखना शुरू करेंअपने Blog और साइट को web directories मे सबमिट करेंअन्य Blog पर Comment करेएक अच्छा लेख लिखे (Write Good articles)अगर आप चाहते हैं कि लोग आपके लेख से लिंक करें, तो आपको उन्हें एक कारण देना होगा, अखिर लोग किस लिये आपके लेख को लिंक करे, और सबसे अच्छा कारण एक अच्छा लेख है।अगर आपका लेख दुसरो के लिये Helpful, हैं तो लोग इससे जुड़ने में प्रसन्न होंगे, और वो इससे जुडना पसंद करेगे।आप एक अच्छा लेख कैसे लिख सकते हैं इसके लिये हमने आपके साथ कुछ Tips share किया हैंबहुत सारे लोग लेख को इस लिये पढते है तकि उनको उस लेख के जरिये उनकी समस्या का समाधान मिल सके, सुनिश्चित करें कि आप सटीक समस्या को स्पष्ट करते हैं और उन्हें सिखाते हैं कि इसे कैसे ठीक किया जाए।अपने लेख को पढ़ने में आसान और सरल बनाएं, इसे संक्षिप्त, सरल वाक्यों में लिखें, फ़ॉर्मेटिंग, हेडिंग, इमेज और अन्य मल्टीमीडिया को जोड़कर लेख को अच्छा बनाएं।गेस्ट पोस्ट को लिखना शुरू करें (Start guest blogging)गेस्ट पोस्ट एक ऐसी रणनीति है, जिसमें आप अपने ब्लोग के बजाय दूसरे लोगों के ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखते हैं जब आप किसी दुसरे के लिये पोस्ट लिखते हैैं तब उस ब्लोग का Owner आमतौर पर पोस्ट के अन्दर आपकी साइट पर 1-2 Do-Follow लिंक वापस करने की अनुमति देगा, जिससे आप के ब्लोग की रैैंकिग के साथ साथ आपकी Domain Authority भी बढेेगी, लोगो को आपके Blog के बारे मे भी पता चलेगा, और अगर आपका लेख लोगो को पसंद आता हैं तो निशचित तौर पर वो आपके Blog पर आयेगे।सबसे बडी चुनौती जो आती हैं वो ये कि कैसे हम उन Blog और Website का पता लगाये, जो हमारी Guest Post को असानी से अपनी साइट पर Publish करदे, इसके लिये आप उन Blog और Website को देखे जो पहले से हि Guest Post को अपने Blog पर Publish कर चुके हो। इन साइटों में आम तौर पर योगदानकर्ताओं के लिए एक पेज होता है जैसे “हमारे लिए लिखें” या “योगदान करें”।ये पता करने के लिये आपको Google Search Engine पर जाना हैं आपका Keyword के साथ Guest post लिख कर उसे देखे आपको बहुत सारी एसी साइट दिखाई देगी जो Guest Post को Accept करती हैं।आप कुछ एसी साइट को तलाश करे जो पहले से हि उस Topic को अपने ब्लोग पर Publish कर चुके ऐसे ब्लोग आपके लेख को जल्द से जल्द स्वीकार करना पसंद करेगे चुंकि वो इस विश्य मे पहले भी लिख चुके हैं इसके लिये भी आप “Ahrefs’ Content Explorer” का यूज़ कर सकते हैैं और पता कर सकते हैं कौनसी साइट आपके लेख के लिये सही हैंअपने Blog और साइट को web directories मे सबमिट करें,web directories मे अपने Blog और Website को सबमिट करके Baclinks पाना ये एक बहुत ही असान तरिका हैैं पर आजकल यह विधि इन दिनों बहुत लोकप्रिय नहीं है क्योंकि एक “legal web directory” को खोजना आसान नहीं है। आपको उन web directories से बचना चाहिए जो आपको अपनी वेबसाइट को अपनी directories में लाने के लिए अपकी वेबसाइट पर एक बैकलिंक बनाने के लिए कहते हैं।यदि अभी तक आप किसी भी Automatic direct submission रणनीति का उपयोग कर रहे हैं, तो तुरंत ऐसा करना बंद कर दें। Automatic Website submission आपके ब्लॉग को स्पैम के रूप में प्रदर्शित करेगा, और यह आपके Domain Authority या Search Engine से आपके ब्लॉग को पूरी तरह से हटाने के मामले में आपको बहुत महंगा पड़ सकता है।बैकलिंक क्या है ये SEO के लिए क्यों जरूरी होते है के अलावा Domain Authority क्या है इसे कैसे Increase करे जनना चहते है तो हमारी इस Post को देखे:domain-authority-kya-haiअन्य वेबसाइट और ब्लोग पर टिप्पणी करेकिसी ब्लोग और वेबसाइट Comment करके उससे Backlinks को प्राप्त करना, ये आज के समय मे सबसे ज्याद यूज़ किया जाने वाला तरिका है इसमे Blogger ऐसी कुछ Blog और Website को तलाशते हैं जो High Domain Authority के साथ साथ उनके Niche से related हो।सबसे बडी मुशकील जो सामने आती हैं कि कैसे वो ऐसी वेबसाइट और ब्लोग का पता लगाये जो कि Do-follow Backlinks के साथ High Authority के हो जिनपर comment करके Backlink प्राप्त किया जा सके इसके लिये भी आप “Ahrefs’ Tool“से असानी से पता कर सकते है,आज आपने बैकलिंक्स के विषय मे क्या नया सिखा मुझे उम्मीद है कि यह लेख आपको SEO मे बैकलिंक्स का क्या महत्व हैं मूल बातें समझने में मदद करेगा , और क्यों आपको अपने ब्लॉग के लिए बैकलिंक्स प्राप्त करने पर काम शुरू करना चाहिए इस पर भी मदद करेगा।क्या आप वर्तमान में अपने ब्लॉग के लिए बैकलिंक्स प्राप्त करने पर काम कर रहे हैं? अपने अनुभव हमें नीचे Comment Box में बताएं। अगर अपने ब्लॉग के लिए बैकलिंक्स प्राप्त करने पर काम कर रहे हैं और आप किसी भी तरह कि Help हमसे चाह्ते हैं तो आप हमे Comment कर पूछ सकते हैं,वनिता कासनियां पंजाबआपको यह Post कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले. मेरे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए,कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि WhatsApp Facebook,, Google+ और Twitter इत्यादि पर share कीजिये |

Blogger  , ब्लॉग में बैकलिंक क्या है ये SEO के लिए क्यों जरूरी होते है By    - वनिता कासनियां पंजाब सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) की इस दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले शब्दों में से एक “बैकलिंक” है। कई एसे ब्लॉगर्स हैं जिन्होंने हाल ही में अपना एक ब्लॉग या एक वेबसाइट शुरू की है,और वह अक्सर यह समझने के लिए संघर्ष करते हैं   Google   पर सर्च करते है कि “बैकलिंक” शब्द का अर्थ क्या है। आज हम बैकलिंक क्या हैै सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) के लिये ये कितना महत्व रखता हैं और इसे आप कैसे हसिल करे इसके बारे मे बतायेगे। , ब्लॉग में Backlinks क्या हैं  Blog Backlinks  एक प्रकार का लिंक है जो एक वेबसाइट को दूसरी वेबसाइट से मिलती है बैकलिंक Search Engine  परिणामों में वेबसाइट के प्रमुखता पर बैकलिंक्स एक बड़ा प्रभाव डालते हैं, यही कारण है कि बैकलिंक्स वेबसाइट की SEO Ranking में सुधार के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है Search Engine  परिणामों को दिखाने के के लिए कई कारकों का उपयोग करके उनकी रैंकिंग की गणना करते हैं। पर कोई भी ये नही जानता क...

अपने Google Ads अभियान सेट करते समय इन गलतियों से बचें By Vnita kasnia Punjab Google Ads अभियान सेट करना बहुत आसान लगता है और अधिकांश भाग के लिए, यह है। हालाँकि, कुछ सामान्य कमियाँ हैं, जिन पर ठोकर खाना आसान है यदि ,आप .कोई बेहतर नहीं जानते हैं। इस पोस्ट में, मैं उनमें से कुछ सामान्य गलतियों और अधिक लाभदायक Google Ads अभियानों के लिए उनसे बचने के तरीके के बारे में बात करूंगा।1. ऐसे कीवर्ड चुनना जो आपके लक्ष्यों के अनुरूप नहीं हैंखातों का ऑडिट करते समय मुझे सबसे पहली गलती यह दिखाई देती है कि नए विज्ञापनदाताओं ने ऐसे कीवर्ड चुने हैं जो उनके लक्ष्यों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। मुश्किल बात यह है कि आपके व्यवसाय के लिए प्रासंगिक सभी कीवर्ड आपके अभियान के लिए उपयुक्त नहीं हैं, जिसका अर्थ है कि आपको प्रासंगिकता से परे भी वास्तव में चयनात्मक होने की आवश्यकता है। खोज करने वाले व्यक्ति के इरादे पर विचार करें। जबकि आप केवल एक खोज शब्द से पूरी तरह से इरादा हासिल नहीं कर सकते हैं, आप ऐसे संकेतक और क्वालिफायर की तलाश कर सकते हैं जो एक अच्छा मैच होने की अधिक संभावना रखते हैं। यहां एक उदाहरण दिया गया है: यदि आपका व्यवसाय जूते की दुकान था, तो जूते से संबंधित शब्द आपके व्यवसाय के लिए प्रासंगिक होंगे. आप "जूते" शब्द पर बोली लगा सकते हैं और कीवर्ड तकनीकी रूप से प्रासंगिक होगा, लेकिन क्योंकि कोई भी क्वालिफायर नहीं है जो खरीद के इरादे को इंगित करता है, यह शायद एक सुरक्षित शर्त है कि यह बदले में बहुत अधिक मूल्य प्राप्त किए बिना बहुत पैसा खर्च करेगा। एक बेहतर कीवर्ड "ऑनलाइन जूते खरीदें" या "ऑनलाइन जूता स्टोर" होगा। एक और अच्छा कीवर्ड - संभवतः पहले बताए गए शब्दों से भी बेहतर - "आकार 9 लाल ऊँची एड़ी के जूते" जैसा कुछ होगा, क्योंकि भले ही इसमें "खरीदें" या "खरीद" का उल्लेख न हो, खोज बहुत विशिष्ट है और स्पष्ट रूप से आ रही है कोई है जो वास्तव में जानता है कि उन्हें क्या चाहिए जो खरीदारी पूरी करने से पहले अंतिम चरण होता है।जैसे ही आप खोजशब्दों की अपनी सूची बनाते हैं, स्वयं को खोजकर्ता के स्थान पर रखें और विचार करें कि यदि आप अपनी सूची में शब्दों का उपयोग कर रहे हैं तो आप कौन से परिणाम या कार्य चाहते हैं। उन शब्दों को बेहतर योग्यता प्राप्त करने के तरीकों की तलाश करें जो लेन-देन की तुलना में अधिक सूचनात्मक प्रतीत होते हैं (जब तक कि आपका लक्ष्य उच्च फ़नल ट्रैफ़िक न हो)। PPC कीवर्ड टूल कीवर्ड की पहचान करने के लिए बहुत उपयोगी है। हमारे पसंदीदा भागों में से एक मर्ज किया गया कीवर्ड टूल है। इसका उपयोग करके, आप जल्दी से एक बड़ी सूची बनाने के लिए विभिन्न शब्दों की कई विविधताओं को जोड़ सकते हैं और फिर अनुमानित डेटा प्राप्त कर सकते हैं! 2. ट्रैकिंग सेट अप नहीं करनाएक अन्य सामान्य गलती सीपीसी या क्लिक जैसी चीज़ों के प्रति अनुकूलन करना और गलती से निम्न-गुणवत्ता वाला ट्रैफ़िक लाना है क्योंकि आपके पास निगरानी के लिए बेहतर मीट्रिक नहीं हैं। पीपीसी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आप निकट-वास्तविक समय में परिणामों की निगरानी कर सकते हैं। यह केवल तभी काम करता है जब आपके पास ट्रैकिंग सेट अप हो, हालांकि। सुनिश्चित करें कि आपके पास साइट पर ट्रैक की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए रूपांतरण सेट अप हैं । रूपांतरणों का परीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि वे ठीक से काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, सुनिश्चित करें कि Google Analytics सेट अप है और अपने Google Analytics खाते को अपने Google Ads खाते से लिंक करें। 3. एक संरचना बनाना जो अप्रासंगिकता को जन्म देती है या पैमाने को रोकती हैमैं अक्सर खातों का ऑडिट करके पता लगाता हूं कि विज्ञापनदाताओं ने एक ही अभियान में एक विज्ञापन समूह - या बहुत कम विज्ञापन समूह - स्थापित किए हैं। इसके साथ कुछ समस्याएं हैं।पहली समस्या यह है कि यदि आपके पास बड़े विज्ञापन समूह हैं, तो वस्तुतः ऐसा कोई तरीका नहीं है कि उस विज्ञापन समूह के विज्ञापन विज्ञापन समूह के प्रत्येक कीवर्ड के लिए प्रासंगिक हों और सशुल्क खोज की बात करें तो प्रासंगिकता महत्वपूर्ण है।दूसरी समस्या यह है कि यह पैमाने को रोकता है। यदि आप भविष्य में कीवर्ड जोड़ना जारी रखते हैं, तो यह प्रासंगिकता के मुद्दों को और भी बदतर बना देगा। साथ ही, यदि आप बजट जोड़ना चाहते हैं - लेकिन केवल एक निश्चित श्रेणी या उत्पाद के लिए - तो आपके पास वह क्षमता नहीं है। पहले से अपनी संरचना की सावधानीपूर्वक योजना बनाना आपको लंबे समय में सिरदर्द से बचा सकता है। ऐसा करने के लिए, अपने अभियानों को उस तरीके के आधार पर अलग करें, जिसका आप बजट बनाना चाहते हैं। कई कंपनियों के लिए, यह उनकी साइट के समान संरचना का अनुसरण करता है। अपने नेविगेशन पर एक नज़र डालें और आप उत्पादों या सेवाओं को कैसे विभाजित करते हैं – यह विभिन्न अभियान विषयों की पहचान करने के लिए एक अच्छा प्रारंभिक बिंदु हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप कपड़ों के खुदरा विक्रेता हैं, तो संभवतः आप महिलाओं के टॉप, महिलाओं के पैंट और महिलाओं के जूते बनाम पुरुषों के टॉप, पुरुषों के पैंट और पुरुषों के जूते के लिए अलग-अलग अभियान चाहते हैं। वास्तव में, आप महिलाओं के एथलेटिक टॉप बनाम महिलाओं के ब्लाउज आदि जैसे अधिक बारीक स्तर पर अलग होने के लिए भी जाना चाह सकते हैं। फिर, आपको अपने विज्ञापन समूहों को चुस्त-दुरुस्त थीम में विभाजित करने की आवश्यकता है। आप एक ही विज्ञापन समूह में टेनिस पोशाक और घर वापसी पोशाक नहीं रखना चाहेंगे क्योंकि ऐसा कोई विज्ञापन नहीं है जो उन दोनों खोजों के लिए प्रासंगिक हो। इसके बजाय, आप छोटे विज्ञापन समूह चाहते हैं जो आपको प्रत्येक विज्ञापन के साथ विशिष्ट खोजों को पूरा करने की अनुमति दें।img-semblog4. Google की सभी डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स का उपयोग करना यह सबसे आम समस्या हो सकती है जो मुझे दिखाई देती है: विज्ञापनदाता Google की सभी डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स का उपयोग कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, डिफ़ॉल्ट रूप से, Google किसी भी खोज अभियान में प्रदर्शन नेटवर्क शामिल करता है। मैंने पीपीसी अभियानों को प्रबंधित करने के 10 वर्षों से भी अधिक समय में, इस प्रदर्शन को कभी नहीं देखा है।Google आपके उन्नत स्थान लक्ष्यों को आपके लक्षित स्थानों के बाहर के ट्रैफ़िक को शामिल करने के लिए भी चुनता है यदि ऐसा लगता है कि वे उस स्थान में *शायद* रुचि रखते हैं। यह उन संभावनाओं पर खर्च भी बर्बाद कर सकता है जिन्हें आप सेवा देने में सक्षम नहीं हैं।5. अकेले ब्रॉड मैच का उपयोग करना यह पिछले बिंदु से जुड़ा हुआ है क्योंकि यह Google का डिफ़ॉल्ट है, लेकिन यह वास्तव में अपने स्वयं के कॉलआउट की गारंटी देता है। डिफ़ॉल्ट रूप से, जब आप नए कीवर्ड जोड़ते हैं, तो उन्हें विस्तृत मिलान (सबसे कम मिलान प्रकार) के रूप में जोड़ा जाता है। अधिकांश विज्ञापन विशेषज्ञ ब्रॉड मैच का उपयोग संयम से करते हैं, यदि बिल्कुल भी। शब्द के संदर्भ और क्वेरी के प्रकार के आधार पर प्रत्येक कीवर्ड के लिए आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले मिलान प्रकारों के बारे में चयन करें, जिनसे आप इसका मिलान करना चाहते हैं। 6. सक्रिय रूप से नकारात्मक नहीं जोड़नाजब आप कीवर्ड अनुसंधान करते हैं और उन शब्दों के प्रकारों की पहचान करते हैं जिन्हें आप लक्षित करना चाहते हैं, तो उन शब्दों पर भी नज़र रखें जिन्हें आप जानते हैं कि आप निश्चित रूप से वितरित नहीं करना चाहते हैं और उन्हें नकारात्मक कीवर्ड के रूप में जोड़ना चाहते हैं। आप प्रेरणा के लिए नकारात्मक खोजशब्दों की सूची ऑनलाइन भी पा सकते हैं। आमतौर पर *अधिकांश* विज्ञापनदाताओं के लिए "नौकरी" और "नौकरी" जैसे शब्दों को नकारा जा सकता है। सक्रिय रूप से नकारात्मक जोड़ने से आप अपने आप को कुछ ऐसे व्यर्थ खर्च से बचा सकते हैं जो संभवतः उन शर्तों पर उपयोग किए गए होंगे।7. विज्ञापन कॉपी पर निशान न लगनाविज्ञापन कॉपी लिखना जितना दिखता है, उससे कहीं ज्यादा कठिन है। आप सोच सकते हैं कि ऐसे कुछ पात्रों के साथ प्रतिलिपि के साथ आना आसान होगा, लेकिन विपरीत अक्सर सच होता है: अर्थपूर्ण, सम्मोहक प्रतिलिपि का मसौदा तैयार करना कठिन होता है जो बहुत अधिक वर्णों का उपयोग नहीं करता है। ये कुछ सबसे सामान्य गलतियाँ हैं जो मैं देखता हूँ कि विज्ञापनदाता अपनी विज्ञापन प्रति लिखते समय करते हैं:विज्ञापन कॉपी लिखना जो विज्ञापन समूह के प्रत्येक कीवर्ड के लिए प्रासंगिक नहीं है उन चीजों के बारे में लिखना जिनकी संभावनाएं वास्तव में परवाह नहीं करतींकुछ ऐसा कहने के लिए बहुत अधिक स्थान का उपयोग करना जो अधिक संक्षिप्त तरीके से लिखा जा सकता थालेखन प्रति जो अन्य विज्ञापनदाताओं की कही गई बातों से मेल खाती हो और जिसमें मुख्य अंतर का अभाव होएक मजबूत कॉल-टू-एक्शन गुम है 8. विज्ञापन परीक्षण सेट नहीं करनासम्मोहक विज्ञापन प्रतिलिपि बनाना न केवल महत्वपूर्ण है, बल्कि निरंतर परीक्षण करना भी महत्वपूर्ण है। जबकि हम अनुमान लगा सकते हैं कि सबसे अच्छा क्या काम करेगा, हम वास्तव में तब तक नहीं जानते जब तक हम इसका परीक्षण नहीं करते। आपको अक्सर आश्चर्य होगा कि कौन से कॉपी तत्व सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं!सुनिश्चित करें कि प्रत्येक विज्ञापन समूह में आपके पास हमेशा कम से कम 2-3 विज्ञापन हों। मैं आपके विज्ञापन रोटेशन को अभियान सेटिंग में 'अनिश्चित काल तक घुमाने' पर सेट करने की भी सलाह देता हूं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि विज्ञापनों को इंप्रेशन का समान वितरण मिले। 9. सभी लागू विज्ञापन एक्सटेंशन का लाभ नहीं लेनाविज्ञापन कॉपी और परीक्षण के विषय पर, यह सुनिश्चित करना एक अच्छा विचार है कि आपके पास सभी लागू एक्सटेंशन मौजूद हैं .. विज्ञापन एक्सटेंशन आपके ब्रांड और उत्पाद के बारे में अधिक जानकारी और सामग्री प्रदान करते हैं, जो संभवतः लोगों को क्लिक करने का अधिक कारण दे सकते हैं। सुनिश्चित करें कि वे प्रतिलिपि के लिए अनावश्यक नहीं हैं और वे सम्मोहक हैं और वे विज्ञापन प्रति के पूरक हैं। विज्ञापन एक्सटेंशन के उपयोग से विज्ञापन को बड़ा बनाकर और अधिक जानकारी प्रदान करते हुए अतिरिक्त अचल संपत्ति का अधिग्रहण करके सीटीआर को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। 10. अपने प्रतिस्पर्धियों की उपेक्षा करनासिर्फ इसलिए कि आपके प्रतियोगी कुछ कर रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि यह सही है या यह काम कर रहा है - लेकिन यह आपके कवरेज में अंतराल की पहचान करने के लिए एक अच्छा प्रारंभिक बिंदु हो सकता है और यह विचार मंथन के लिए सहायक हो सकता है!आपके द्वारा रैंक किए गए कीवर्ड के साथ-साथ आपके प्रतिस्पर्धियों की स्थिति को देखना उपयोगी है।यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप:एक ही बात नहीं कह रहे हैं! समझें कि उनका प्रस्ताव क्या है और वे अपने विभेदकों और मूल्य प्रस्तावों के रूप में क्या देखते हैं हमारा कीवर्ड गैप टूल कीवर्ड कवरेज में अंतराल की पहचान करने के लिए उपयोगी है। आप अपनी वर्तमान रैंकिंग की तुलना अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ-साथ शोध के साथ कर सकते हैं कि आपके पास अतिव्यापी खोजशब्द हैं और जहाँ आपके पास अंतराल है।E_tuuDvlXNXX3ql5wpdmaRqF162RtlbWbT0JTxgAaK3IzDWQwWyonubExSnrcJrB_xEQWE_EgDgHQ0Eqzmb2M6BnbaLH7hVnrNAF0J1kS9740LcrnGQLfm9hVnrNAF0J1kS9740LcrnGविज्ञापन अनुसंधान उपकरण भी उपयोगी है। आप उनके विज्ञापन प्रयासों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए एक डोमेन में प्लग इन कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप उनके कीवर्ड, उनकी विज्ञापन स्थिति, उनकी विज्ञापन कॉपी, लैंडिंग पृष्ठ आदि जैसी चीज़ें देख सकते हैं. ये अंतर्दृष्टि आपको ताकत, कमजोरियों और अवसरों की पहचान करने में मदद कर सकती हैं! ग्राफिकल यूजर इंटरफेस, एप्लिकेशनविवरण स्वचालित रूप से उत्पन्न होता है11. गलत लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करनाअंतिम लेकिन निश्चित रूप से कम से कम, जब आप अपना विज्ञापन अभियान बना रहे हों, तो सुनिश्चित करें कि आप सही लक्ष्य पर केंद्रित हैं। कोई भी पुराना अभियान क्लिक बढ़ा सकता है, लेकिन केवल कोई अभियान ही रूपांतरण योग्य योग्य ट्रैफ़िक नहीं ला सकता है। अपने व्यावसायिक लक्ष्यों, मार्केटिंग लक्ष्यों और इस अभियान से उन लक्ष्यों का समर्थन करने की अपेक्षा के बारे में सोचें। अभियान निर्माण प्रक्रिया के हर चरण में उन लक्ष्यों को रेलिंग और लेंस के रूप में उपयोग करें!चाबी छीन लेनाट्रैकिंग को जल्दी सेट अप करें ताकि आप इसे शुरू से ही प्राप्त कर सकें। अपने अभियान की योजना बनाते समय अपने लक्ष्य निर्धारित करें। जब आप अपना खोजशब्द अनुसंधान करते हैं, तो उन खोजशब्दों का चयन करना सुनिश्चित करें जो न केवल प्रासंगिक हैं, बल्कि यह एक ऐसे इरादे का संकेत देते हैं जो आपके लक्ष्यों के साथ संरेखित हो। साथ ही, नकारात्मक कीवर्ड की सक्रिय रूप से पहचान करना सुनिश्चित करें।डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स को सर्वोत्तम अभ्यास के रूप में न लें; कभी-कभी जो खोज इंजन के लिए सबसे अच्छा होता है वह विज्ञापनदाता के लिए सबसे अच्छा नहीं होता। अंतिम लेकिन कम से कम, हमेशा परीक्षण करते रहें!एक खाता स्थापित करना कठिन हो सकता है लेकिन यदि आप इन चरणों का पालन करते हैं, तो वे आपको सबसे आम नुकसान से बचने में मदद करेंगे। जिम्मेदारी से इनकार! सर्च इंजन कोडेक्स पूरी दुनिया के मीडिया का एक स्वचालित एग्रीगेटर है। प्रत्येक सामग्री में, प्राथमिक स्रोत का हाइपरलिंक निर्दिष्ट किया जाता है। सभी ट्रेडमार्क उनके सही स्वामियों के हैं, सभी सामग्री उनके लेखकों के हैं। यदि आप सामग्री के स्वामी हैं और नहीं चाहते कि हम आपकी सामग्री प्रकाशित करें, तो कृपया हमें ईमेल द्वारा संपर्क करें, - vnitakasniapunjab05114@gmail.co उत्तर छोड़ दें आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी।,आपकी टिप्पणीतुम्हारा नाम *,तुम्हारा ईमेल *

अपने Google Ads अभियान सेट करते समय इन गलतियों से बचें By Vnita kasnia Punjab Google Ads अभियान सेट करना बहुत आसान लगता है और अधिकांश भाग के लिए, यह है।  हालाँकि, कुछ सामान्य कमियाँ हैं, जिन पर ठोकर खाना आसान है यदि आप कोई बेहतर नहीं जानते हैं।  इस पोस्ट में, मैं उनमें से कुछ सामान्य गलतियों और अधिक लाभदायक Google Ads अभियानों के लिए उनसे बचने के तरीके के बारे में बात करूंगा। 1. ऐसे कीवर्ड चुनना जो आपके लक्ष्यों के अनुरूप नहीं हैं खातों का ऑडिट करते समय मुझे सबसे पहली गलती यह दिखाई देती है कि नए विज्ञापनदाताओं ने ऐसे कीवर्ड चुने हैं जो उनके लक्ष्यों के लिए उपयुक्त नहीं हैं।  मुश्किल बात यह है कि आपके व्यवसाय के लिए प्रासंगिक सभी कीवर्ड आपके अभियान के लिए उपयुक्त नहीं हैं, जिसका अर्थ है कि आपको प्रासंगिकता से परे भी वास्तव में चयनात्मक होने की आवश्यकता है।  खोज करने वाले व्यक्ति के इरादे पर विचार करें।  जबकि आप केवल एक खोज शब्द से पूरी तरह से इरादा हासिल नहीं कर सकते हैं, आप ऐसे संकेतक और क्वालिफायर की तलाश कर सकते हैं जो एक अच्छा मैच होने की अधिक संभावना रखते है...