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अगर इन्टरनेट से ऑनलाइन पैसे कमाने की बात की जाए तो सबसे अच्छा तरीका है – Blogging. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबBlogging के द्वारा आज कई लोग घर बैठे-बैठे महीने के लाखों रुपये कमा रहे हैं। अगर आप भी Blogging से पैसे कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको इतने सरल और आसान तरीके से Blogging के बारे में बताएँगे, जिससे कि आप भी बहुत आसानी से अपना खुद का ब्लॉग बनाकर उससे अच्छे-खासे पैसे कमा सकते हैं।Blogging से पैसे कैसे कमाए, इसके बारे में बताने से पहले कुछ ऐसी बातें हैं, जिनको जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। अगर आप इन छोटी-छोटी बातों के बारे में नहीं जानेंगे तो आपको अपना ब्लॉग बनाते समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।Blogging क्या है (Blogging meaning in Hindi)अगर आपको ब्लॉग के बारे में अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा तो Blogging को समझने में ज्यादा कठिनाई नहीं होगी। अगर सीधे और सरल शब्दों में Blogging को समझने की कोशिश करें तो हम कह सकते हैं कि ब्लॉग को मेन्टेन रखना ही Blogging है। जब आप अपना कोई ब्लॉग बनाएँगे और उस पर नियमित रूप से लेख लिखेंगे तो इसी काम को हम Blogging कहेंगे।आमतौर पर लोगों के Blogging करने के दो उद्देश्य होते हैं –1. अपने ज्ञान, विचारों और अनुभव को निशुल्क शेयर करना।2. अपने ज्ञान, विचारों और अनुभवों से पैसे कमाना।आपका इनमें से कोई भी उद्देश्य हो सकता है। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि हमारा कोई भी उद्देश्य हो, ब्लॉग बनाकर उस पर काम करना ही Blogging है।ब्लॉगर क्या होता है (Blogger meaning in Hindi)ब्लॉग और Blogging को जानने के बाद अब हम जानते हैं कि ब्लॉगर क्या है या ब्लॉगर क्या होता है ? ब्लॉगर उस व्यक्ति को कहते हैं जो Blogging करता है। मतलब जो व्यक्ति अपना ब्लॉग बनाता है और उस पर काम करता है उसे ही ब्लॉगर कहते हैं। जिस व्यक्ति का अपना खुद का कोई ब्लॉग होता है, उस व्यक्ति को हम ब्लॉगर कह सकते हैं। जैसे मेरे कई ब्लॉग हैं तो मैं भी एक ब्लॉगर हुआ।Blogging के फायदे (Benefits of blogging)Blogging के कई सारे फायदे हैं जिनको संक्षेप में बताना सम्भव नहीं है। फिर भी हम यहाँ ब्लॉग के फायदे संक्षेप में बताने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप Blogging करना चाहते हैं तो इसके फायदों से भली-भांति परिचित हो लें।1. Blogging का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम आप घर बैठे-बैठे भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है।2. अगर आप Blogging करते हैं तो आपके ऊपर किसी का दबाव नहीं होगा। आमतौर पर जब हम कोई जॉब करते हैं तो उसमें कहीं न कहीं हम दबाव में रहते हैं। Blogging में ऐसा नहीं है।3. Blogging से आप जितने चाहें पैसे कमा सकते हैं। कई लोग Blogging से महीने के लाखों रुपये कमा रहे हैं लेकिन इसके लिए आपको मेहनत भी करनी पड़ेगी। Blogging से महीने के लाख रुपये कमाना असम्भव नहीं है।4. इसके लिए आपको ज्यादा इन्वेस्टमेंट की भी जरूरत नहीं होती है। यहाँ तक कि आप ये काम फ्री में भी शुरू कर सकते हैं।5. इस काम को करने में कोई रिस्क भी नहीं है। इसमें आपके रुपये डूबने का भी खतरा नहीं रहता है। मतलब इस काम में फायदा ही फायदा है नुकसान बिलकुल नहीं।6. इस काम में आपको पैसा मिलता रहता है चाहें आप यह काम छोड़ ही क्यों न दें। जबकि जॉब या बिज़नेस में ऐसा नहीं है।Blog और Website में क्या Difference है (Difference between blog and website in hindi)कुछ लोग जानना चाहते हैं कि Blog और Website में क्या Difference है (Difference between blog and website in hindi)। ब्लॉग और वेबसाइट में बहुत ज्यादा अन्तर नहीं है। अगर हम किसी ब्लॉग को website कह दें तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ब्लॉग और वेबसाइट में अन्तर की बात करें तो हम कह सकते हैं कि सभी ब्लॉग वेबसाइट हैं लेकिन सभी वेबसाइट ब्लॉग नहीं हैं।आसान भाषा में बात करें तो हम कह सकते हैं कि एक ब्लॉग में आपको नियमित रूप से लेख लिखने पड़ते हैं। ब्लॉग में हम किसी विषय के बारे में विस्तार से जानकारी देते रहते हैं जबकि वेबसाइट में ऐसा नहीं है। वेबसाइट में रोज-रोज लिखने की जरूरत नहीं होती है। बस एक बार में ही समस्त जानकारियों को अपडेट कर दिया जाता है।ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैं (Blogging se paise kaise milte hain)अगर आप सोच रहे हैं कि ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैं (Blogging se paise kaise milte hain) तो इसका जवाब बहुत ही आसान है। Blogging से पैसे प्राप्त करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आपको Adsense में अपना एक Account बनाना होगा। इसके बाद आपको अपने Bank Account की जानकारियाँ Adsense को देनी होंगी।जब Adsense के पास आपके 100 डॉलर हो जाएँगे तो Adsense ये सारा पैसा अपने आप आपके Bank Account में Transfer कर देगा, जिसे आप कभी भी निकाल सकते हैं। अब आपको पता चल गया होगा कि ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैंBlogging से पैसे कैसे कमाए (How to make money from blogging step by step)ब्लॉग, Blogging और Website से सम्बन्धित सामान्य जानकारियों के बाद अब हम आपको बताएँगे कि Blogging से पैसे कैसे कमाए (How to make money from blogging step by step), Blog से पैसे कैसे कमाए (How to make money with a blog for beginners),Blogging से पैसे कैसे कमाए, इस बारे में हम आपको पूरी जानकारी (Full Guide/Information) Step by Step दे रहे हैं –Step 1 – अपने ब्लॉग के लिए टॉपिक चुनें (Best niche for blog/blogging)यह ब्लॉग बनाने का सबसे पहला Step है। अगर आप ब्लॉग बनाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको अपने ब्लॉग के टॉपिक को चुनना होगा। ब्लॉग के टॉपिक को चुनते समय अक्सर लोग गलती कर देते हैं। वह किसी भी टॉपिक पर अपना ब्लॉग शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।अपना ब्लॉग उस विषय पर बनाएँ जिसमें आपको रुचि और ज्ञान हो। जब आपको उस विषय का अच्छी तरह से ज्ञान होगा तो आप उस विषय के बारे में ज्यादा अच्छी तरह से बता सकेंगे। इसके अलावा अगर कोई उस विषय से सम्बन्धित सवाल भी करेगा तो आपको जवाब देने में कोई परेशानी नहीं होगी। आप चाहें तो अपने ब्लॉग में एक से ज्यादा विषयों पर भी लिख सकते हैं।कुल मिलाकर कहने का तात्पर्य यह है कि ब्लॉग बनाने से पहले आपको अच्छी तरह से सोच लेना है कि मुझे अपना ब्लॉग किस टॉपिक पर बनाना है।Step 2 – अपना ब्लॉग किस Platform पर बनाएँ (Blogger Vs WordPress which is better)जब आप यह सोच लें कि मुझे अपना ब्लॉग किस विषय पर बनाना है. उसके बाद आपको यह निश्चित करना है कि मुझे अपना ब्लॉग किस Platform पर बनाना है। वैसे तो ब्लॉग बनाने के कई Platform उपलब्ध हैं लेकिन ज्यादातर लोग दो Platform का ही प्रयोग करते हैं।1. Blogger – अगर आप Blogging के क्षेत्र में शुरुआत करना चाहते हैं तो आपके लिए यही प्लेटफार्म सबसे अच्छा रहेगा क्योंकि यह फ्री है। इसमें आपका एक भी पैसा नहीं लगेगा। यह Google का Product है इसलिए आपको इस पर शक करने की कोई जरूरत नहीं है। कमी की बात की जाए तो केवल यह है कि इस पर आप अपने ब्लॉग को ज्यादा Customize नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा एक कमी और है कि इसमें पैसे थोड़े कम मिलते हैं।2. WordPress – यह Platform उन लोगों के लिए है जो शुरू-शुरू में पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपको अपने ब्लॉग को कस्टमाइज करने के कई सारे ऑप्शन मिलते हैं। इसके अलावा इसमें आपको अपने ब्लॉग को मेन्टेन रखने में भी ज्यादा समस्या नहीं आती है। इसमें आपको पैसा भी ज्यादा मिलता है।मेरी राय में आपको शुरू-शुरू में Blogger पर ही अपना ब्लॉग बनाना चाहिए क्योंकि यह फ्री है। जब आपके पैसे आने लगें तो आप वर्डप्रेस पर अपना ब्लॉग बना सकते हैं।Step 3 – अपने ब्लॉग के लिए सही Domain Name चुनेंजैसे आपके घर का पता होता है वैसे ही आपके ब्लॉग का भी एक पता होता है, जिसे हम डोमेन नेम कहते हैं। जिस प्रकार आपके घर के पते से कोई आपके घर तक पहुँच सकता है, उसी प्रकार डोमेन नेम से कोई सीधे आपके ब्लॉग तक पहुँच सकता है। जैसे मेरे ब्लॉग का डोमेन नेम हैडोमेन नेम फ्री में भी मिल जाता है और इसे आप खरीद भी सकते हैं। अगर आप डोमेन नेम खरीदना चाहते हैं तो हमेशा ब्लॉगर कॉम से ही खरीदें। डोमेन नेम हमेशा .com वाला ही खरीदें। डोमेन नेम जब भी खरीदें तो ध्यान रखें कि यह छोटा, सरल और आसानी से याद हो जाने वाला होना चाहिए। आपका ब्लॉग जिस नाम से हो उसी नाम से डोमेन खरीदें। जैसे मेरे ब्लॉग का नाम है – Blog Vatika तो मेरे डोमेन का नाम भी ही है।Step – 4 अपने ब्लॉग के लिए Hosting खरीदेंहोस्टिंग का मतलब होता है एक ऐसी जगह जहाँ आप अपने ब्लॉग की सारी चीजों को सेव रख सकते हैं। यह भी आपको फ्री और पेड दोनों तरीकों से मिल जाती है। अगर आप फ्री होस्टिंग चाहते हैं तो आप हमेशा Blogger की ही होस्टिंग इस्तेमाल करें।अगर आप पेड होस्टिंग चाहते हैं तो आप HostGator से ही खरीदें। इसकी सर्विस अच्छी है। शुरू-शुरू में हम आपको यही राय देंगे कि ज्यादा पैसे के चक्कर में न पड़ें। फ्री होस्टिंग का ही इस्तेमाल करें। जब पैसे आने लगें तब पेड होस्टिंग ले लीजिए।Step – 5 अपने ब्लॉग के लिए Theme चुनेंअपने ब्लॉग के लिए एक ऐसी थीम का इस्तेमाल कीजिए जो Neat and Clean हो। आपके ब्लॉग की थीम जितनी साफ़ सुथरी होगी, आगे चलकर आपको उसका उतना ही फायदा होगा। थीम भी दो तरह की होती हैं – फ्री और पेड। शुरुआत में आप फ्री थीम का ही प्रयोग करें।Blogger में आपको बहुत सी फ्री थीम मिल जाएँगी। क्रैक थीम का इस्तेमाल बिलकुल न करें नहीं तो आपका ब्लॉग या वेबसाइट हैक हो सकती है। थीम चुनते समय ध्यान रखें कि आपके ब्लॉग की थीम रेस्पोंसिव भी होनी चाहिए। मतलब अगर आपके ब्लॉग को कोई मोबाइल में चलाना चाहे तो उसे किसी प्रकार की परेशानी न हो।Step 6 – अपने ब्लॉग के लिए जरूरी पेज बनाएँअपने ब्लॉग में आपको 4 पेज जरूर बनाने होंगे नहीं तो आप अपने ब्लॉग से Earning नहीं कर पाएँगे। ये 4 पेज हैं –1. About Us – इसमें आपको अपने और अपने ब्लॉग के बारे में संक्षेप में बताना होगा।2. Contact Us – इसमें आपको अपनी Contact डिटेल्स देनी होंगी जिससे कि कोई आपसे सम्पर्क कर सके।3. Privacy Policy – इसमें आपको अपने ब्लॉग की Privacy Policies के बारें में बताना होगा।4. Disclaimer – इसमें आपको अपनी Disclaimer डिटेल्स देनी होंगी।Step 7 – अपने ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखेंअब आप अपने ब्लॉग पर अपने टॉपिक के अनुसार पोस्ट लिखना शुरू कर सकते हैं। पोस्ट लिखते समय ध्यान रखें कि पोस्ट कम से कम 700 शब्दों में लिखें। सरल और आसान भाषा में लिखें, जिससे कि आपके द्वारा दी गयी जानकारी को हर कोई समझ सके। कॉपी-पेस्ट बिलकुल न करें।Step 8 – अपने ब्लॉग का SEO (Search Engine Optimization) करेंSEO का मतलब होता है Search Engine Optimization आपने देखा होगा जब आप Google में किसी चीज को सर्च करते हैं तो बहुत सारे ब्लॉग या वेबसाइट खुल जाती हैं। उनमे से हम ऊपर की 2-3 वेबसाइट को ही खोलते हैं। नीचे की वेबसाइट को छोड़ देते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपका ब्लॉग या वेबसाइट टॉप थ्री रिजल्ट्स में न आए तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाएगा।अपने ब्लॉग को टॉप थ्री रिजल्ट्स में लाने के लिए लोग SEO (Search Engine Optimization) करते हैं। जिसका SEO (Search Engine Optimization) अच्छा होगा, उसका ब्लॉग या वेबसाइट सबसे पहले आएगा। जिसका SEO (Search Engine Optimization) अच्छा नहीं होगा, उसका ब्लॉग या वेबसाइट पीछे रह जाएगा।SEO (Search Engine Optimization) के बारे में संक्षेप में बताना सम्भव नहीं है क्योंकि यह बहुत ही लम्बा टॉपिक है। SEO (Search Engine Optimization) के बारे में हम जल्द ही किसी और पोस्ट में आपको विस्तार से बताएँगे। तब तक आप अपना पूरा ध्यान ब्लॉग बनाने पर दें।Step 9 – अपने ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ाएँअपने ब्लॉग से पैसे कमाने के लिए यह जरूरी है कि लोग आपके ब्लॉग पर आएँ और उसमें दी गई जानकारियों को पढ़ें। अगर आप अपने लेख को अच्छी तरह से लिखते हैं और उसका अच्छी तरह से SEO (Search Engine Optimization) करते हैं तो 2 से 3 महीने में आपके ब्लॉग पर अच्छे खासे लोग आना शुरू हो जाएँगे।आप चाहे तो अपने ब्लॉग का प्रमोशन भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने ब्लॉग के आर्टिकल्स को सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं। इससे आपके ब्लॉग पर ज्यादा लोग आएँगे। मतलब आपके ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ेगी। जितनी ज्यादा आपके ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ेगी उतनी ज्यादा आपकी कमाई होगी।Step 10 – अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ेंBlogging से पैसे कमाने के लिए आपको अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ना होगा। अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ने के बाद ही आप अपने ब्लॉग से कमाई कर सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये Adsense क्या है ?Adsense, Google का ही एक Product है जो आपके और Advertiser के बीच में एक Bridge का काम करता है। जितने भी Advertiser होते हैं, वह अपना सारा Ad सीधे आपको न देकर Adsense नाम की इस Company को देते है। यह Company आपके ब्लॉग में Ad लगाती है।बाल वनिता महिला आश्रमअब जब तक आप इस Company से जुड़ेंगे नहीं, आपको Ad कौन देगा और जब तक आपको Ad नहीं मिलेंगे तो कमाई कहाँ से होगी। इसलिए आपको Adsense से जुड़ना ही होगा।

अगर इन्टरनेट से ऑनलाइन पैसे कमाने की बात की जाए तो सबसे अच्छा तरीका है – Blogging. 

Blogging के द्वारा आज कई लोग घर बैठे-बैठे महीने के लाखों रुपये कमा रहे हैं। अगर आप भी Blogging से पैसे कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको इतने सरल और आसान तरीके से Blogging के बारे में बताएँगे, जिससे कि आप भी बहुत आसानी से अपना खुद का ब्लॉग बनाकर उससे अच्छे-खासे पैसे कमा सकते हैं।

Blogging से पैसे कैसे कमाए, इसके बारे में बताने से पहले कुछ ऐसी बातें हैं, जिनको जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। अगर आप इन छोटी-छोटी बातों के बारे में नहीं जानेंगे तो आपको अपना ब्लॉग बनाते समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Blogging क्या है (Blogging meaning in Hindi)

अगर आपको ब्लॉग के बारे में अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा तो Blogging को समझने में ज्यादा कठिनाई नहीं होगी। अगर सीधे और सरल शब्दों में Blogging को समझने की कोशिश करें तो हम कह सकते हैं कि ब्लॉग को मेन्टेन रखना ही Blogging है। जब आप अपना कोई ब्लॉग बनाएँगे और उस पर नियमित रूप से लेख लिखेंगे तो इसी काम को हम Blogging कहेंगे।

आमतौर पर लोगों के Blogging करने के दो उद्देश्य होते हैं –

1. अपने ज्ञान, विचारों और अनुभव को निशुल्क शेयर करना।

2. अपने ज्ञान, विचारों और अनुभवों से पैसे कमाना।

आपका इनमें से कोई भी उद्देश्य हो सकता है। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि हमारा कोई भी उद्देश्य हो, ब्लॉग बनाकर उस पर काम करना ही Blogging है।

ब्लॉगर क्या होता है (Blogger meaning in Hindi)

ब्लॉग और Blogging को जानने के बाद अब हम जानते हैं कि ब्लॉगर क्या है या ब्लॉगर क्या होता है ? ब्लॉगर उस व्यक्ति को कहते हैं जो Blogging करता है। मतलब जो व्यक्ति अपना ब्लॉग बनाता है और उस पर काम करता है उसे ही ब्लॉगर कहते हैं। जिस व्यक्ति का अपना खुद का कोई ब्लॉग होता है, उस व्यक्ति को हम ब्लॉगर कह सकते हैं। जैसे मेरे कई ब्लॉग हैं तो मैं भी एक ब्लॉगर हुआ।

Blogging के फायदे (Benefits of blogging)

Blogging के कई सारे फायदे हैं जिनको संक्षेप में बताना सम्भव नहीं है। फिर भी हम यहाँ ब्लॉग के फायदे संक्षेप में बताने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप Blogging करना चाहते हैं तो इसके फायदों से भली-भांति परिचित हो लें।

1. Blogging का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम आप घर बैठे-बैठे भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है।

2. अगर आप Blogging करते हैं तो आपके ऊपर किसी का दबाव नहीं होगा। आमतौर पर जब हम कोई जॉब करते हैं तो उसमें कहीं न कहीं हम दबाव में रहते हैं। Blogging में ऐसा नहीं है।

3. Blogging से आप जितने चाहें पैसे कमा सकते हैं। कई लोग Blogging से महीने के लाखों रुपये कमा रहे हैं लेकिन इसके लिए आपको मेहनत भी करनी पड़ेगी। Blogging से महीने के लाख रुपये कमाना असम्भव नहीं है।

4. इसके लिए आपको ज्यादा इन्वेस्टमेंट की भी जरूरत नहीं होती है। यहाँ तक कि आप ये काम फ्री में भी शुरू कर सकते हैं।

5. इस काम को करने में कोई रिस्क भी नहीं है। इसमें आपके रुपये डूबने का भी खतरा नहीं रहता है। मतलब इस काम में फायदा ही फायदा है नुकसान बिलकुल नहीं।

6. इस काम में आपको पैसा मिलता रहता है चाहें आप यह काम छोड़ ही क्यों न दें। जबकि जॉब या बिज़नेस में ऐसा नहीं है।

Blog और Website में क्या Difference है (Difference between blog and website in hindi)

कुछ लोग जानना चाहते हैं कि Blog और Website में क्या Difference है (Difference between blog and website in hindi)। ब्लॉग और वेबसाइट में बहुत ज्यादा अन्तर नहीं है। अगर हम किसी ब्लॉग को website कह दें तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ब्लॉग और वेबसाइट में अन्तर की बात करें तो हम कह सकते हैं कि सभी ब्लॉग वेबसाइट हैं लेकिन सभी वेबसाइट ब्लॉग नहीं हैं।

आसान भाषा में बात करें तो हम कह सकते हैं कि एक ब्लॉग में आपको नियमित रूप से लेख लिखने पड़ते हैं। ब्लॉग में हम किसी विषय के बारे में विस्तार से जानकारी देते रहते हैं जबकि वेबसाइट में ऐसा नहीं है। वेबसाइट में रोज-रोज लिखने की जरूरत नहीं होती है। बस एक बार में ही समस्त जानकारियों को अपडेट कर दिया जाता है।

ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैं (Blogging se paise kaise milte hain)

अगर आप सोच रहे हैं कि ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैं (Blogging se paise kaise milte hain) तो इसका जवाब बहुत ही आसान है। Blogging से पैसे प्राप्त करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आपको Adsense में अपना एक Account बनाना होगा। इसके बाद आपको अपने Bank Account की जानकारियाँ Adsense को देनी होंगी।

जब Adsense के पास आपके 100 डॉलर हो जाएँगे तो Adsense ये सारा पैसा अपने आप आपके Bank Account में Transfer कर देगा, जिसे आप कभी भी निकाल सकते हैं। अब आपको पता चल गया होगा कि ब्लॉग से पैसे कैसे मिलते हैं

Blogging से पैसे कैसे कमाए (How to make money from blogging step by step)

ब्लॉग, Blogging और Website से सम्बन्धित सामान्य जानकारियों के बाद अब हम आपको बताएँगे कि Blogging से पैसे कैसे कमाए (How to make money from blogging step by step), Blog से पैसे कैसे कमाए (How to make money with a blog for beginners),

Blogging से पैसे कैसे कमाए, इस बारे में हम आपको पूरी जानकारी (Full Guide/Information) Step by Step दे रहे हैं –

Step 1 – अपने ब्लॉग के लिए टॉपिक चुनें (Best niche for blog/blogging)

यह ब्लॉग बनाने का सबसे पहला Step है। अगर आप ब्लॉग बनाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको अपने ब्लॉग के टॉपिक को चुनना होगा। ब्लॉग के टॉपिक को चुनते समय अक्सर लोग गलती कर देते हैं। वह किसी भी टॉपिक पर अपना ब्लॉग शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अपना ब्लॉग उस विषय पर बनाएँ जिसमें आपको रुचि और ज्ञान हो। जब आपको उस विषय का अच्छी तरह से ज्ञान होगा तो आप उस विषय के बारे में ज्यादा अच्छी तरह से बता सकेंगे। इसके अलावा अगर कोई उस विषय से सम्बन्धित सवाल भी करेगा तो आपको जवाब देने में कोई परेशानी नहीं होगी। आप चाहें तो अपने ब्लॉग में एक से ज्यादा विषयों पर भी लिख सकते हैं।

कुल मिलाकर कहने का तात्पर्य यह है कि ब्लॉग बनाने से पहले आपको अच्छी तरह से सोच लेना है कि मुझे अपना ब्लॉग किस टॉपिक पर बनाना है।

Step 2 – अपना ब्लॉग किस Platform पर बनाएँ (Blogger Vs WordPress which is better)

जब आप यह सोच लें कि मुझे अपना ब्लॉग किस विषय पर बनाना है. उसके बाद आपको यह निश्चित करना है कि मुझे अपना ब्लॉग किस Platform पर बनाना है। वैसे तो ब्लॉग बनाने के कई Platform उपलब्ध हैं लेकिन ज्यादातर लोग दो Platform का ही प्रयोग करते हैं।

1. Blogger – अगर आप Blogging के क्षेत्र में शुरुआत करना चाहते हैं तो आपके लिए यही प्लेटफार्म सबसे अच्छा रहेगा क्योंकि यह फ्री है। इसमें आपका एक भी पैसा नहीं लगेगा। यह Google का Product है इसलिए आपको इस पर शक करने की कोई जरूरत नहीं है। कमी की बात की जाए तो केवल यह है कि इस पर आप अपने ब्लॉग को ज्यादा Customize नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा एक कमी और है कि इसमें पैसे थोड़े कम मिलते हैं।

2. WordPress – यह Platform उन लोगों के लिए है जो शुरू-शुरू में पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपको अपने ब्लॉग को कस्टमाइज करने के कई सारे ऑप्शन मिलते हैं। इसके अलावा इसमें आपको अपने ब्लॉग को मेन्टेन रखने में भी ज्यादा समस्या नहीं आती है। इसमें आपको पैसा भी ज्यादा मिलता है।

मेरी राय में आपको शुरू-शुरू में Blogger पर ही अपना ब्लॉग बनाना चाहिए क्योंकि यह फ्री है। जब आपके पैसे आने लगें तो आप वर्डप्रेस पर अपना ब्लॉग बना सकते हैं।

Step 3 – अपने ब्लॉग के लिए सही Domain Name चुनें

जैसे आपके घर का पता होता है वैसे ही आपके ब्लॉग का भी एक पता होता है, जिसे हम डोमेन नेम कहते हैं। जिस प्रकार आपके घर के पते से कोई आपके घर तक पहुँच सकता है, उसी प्रकार डोमेन नेम से कोई सीधे आपके ब्लॉग तक पहुँच सकता है। जैसे मेरे ब्लॉग का डोमेन नेम है

डोमेन नेम फ्री में भी मिल जाता है और इसे आप खरीद भी सकते हैं। अगर आप डोमेन नेम खरीदना चाहते हैं तो हमेशा ब्लॉगर कॉम से ही खरीदें। डोमेन नेम हमेशा .com वाला ही खरीदें। डोमेन नेम जब भी खरीदें तो ध्यान रखें कि यह छोटा, सरल और आसानी से याद हो जाने वाला होना चाहिए। आपका ब्लॉग जिस नाम से हो उसी नाम से डोमेन खरीदें। जैसे मेरे ब्लॉग का नाम है – Blog Vatika तो मेरे डोमेन का नाम भी ही है।

Step – 4 अपने ब्लॉग के लिए Hosting खरीदें

होस्टिंग का मतलब होता है एक ऐसी जगह जहाँ आप अपने ब्लॉग की सारी चीजों को सेव रख सकते हैं। यह भी आपको फ्री और पेड दोनों तरीकों से मिल जाती है। अगर आप फ्री होस्टिंग चाहते हैं तो आप हमेशा Blogger की ही होस्टिंग इस्तेमाल करें।

अगर आप पेड होस्टिंग चाहते हैं तो आप HostGator से ही खरीदें। इसकी सर्विस अच्छी है। शुरू-शुरू में हम आपको यही राय देंगे कि ज्यादा पैसे के चक्कर में न पड़ें। फ्री होस्टिंग का ही इस्तेमाल करें। जब पैसे आने लगें तब पेड होस्टिंग ले लीजिए।

Step – 5 अपने ब्लॉग के लिए Theme चुनें

अपने ब्लॉग के लिए एक ऐसी थीम का इस्तेमाल कीजिए जो Neat and Clean हो। आपके ब्लॉग की थीम जितनी साफ़ सुथरी होगी, आगे चलकर आपको उसका उतना ही फायदा होगा। थीम भी दो तरह की होती हैं – फ्री और पेड। शुरुआत में आप फ्री थीम का ही प्रयोग करें।

Blogger में आपको बहुत सी फ्री थीम मिल जाएँगी। क्रैक थीम का इस्तेमाल बिलकुल न करें नहीं तो आपका ब्लॉग या वेबसाइट हैक हो सकती है। थीम चुनते समय ध्यान रखें कि आपके ब्लॉग की थीम रेस्पोंसिव भी होनी चाहिए। मतलब अगर आपके ब्लॉग को कोई मोबाइल में चलाना चाहे तो उसे किसी प्रकार की परेशानी न हो।

Step 6 – अपने ब्लॉग के लिए जरूरी पेज बनाएँ

अपने ब्लॉग में आपको 4 पेज जरूर बनाने होंगे नहीं तो आप अपने ब्लॉग से Earning नहीं कर पाएँगे। ये 4 पेज हैं –

1. About Us – इसमें आपको अपने और अपने ब्लॉग के बारे में संक्षेप में बताना होगा।

2. Contact Us – इसमें आपको अपनी Contact डिटेल्स देनी होंगी जिससे कि कोई आपसे सम्पर्क कर सके।

3. Privacy Policy – इसमें आपको अपने ब्लॉग की Privacy Policies के बारें में बताना होगा।

4. Disclaimer – इसमें आपको अपनी Disclaimer डिटेल्स देनी होंगी।

Step 7 – अपने ब्लॉग के लिए पोस्ट लिखें

अब आप अपने ब्लॉग पर अपने टॉपिक के अनुसार पोस्ट लिखना शुरू कर सकते हैं। पोस्ट लिखते समय ध्यान रखें कि पोस्ट कम से कम 700 शब्दों में लिखें। सरल और आसान भाषा में लिखें, जिससे कि आपके द्वारा दी गयी जानकारी को हर कोई समझ सके। कॉपी-पेस्ट बिलकुल न करें।

Step 8 – अपने ब्लॉग का SEO (Search Engine Optimization) करें

SEO का मतलब होता है Search Engine Optimization आपने देखा होगा जब आप Google में किसी चीज को सर्च करते हैं तो बहुत सारे ब्लॉग या वेबसाइट खुल जाती हैं। उनमे से हम ऊपर की 2-3 वेबसाइट को ही खोलते हैं। नीचे की वेबसाइट को छोड़ देते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपका ब्लॉग या वेबसाइट टॉप थ्री रिजल्ट्स में न आए तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाएगा।

अपने ब्लॉग को टॉप थ्री रिजल्ट्स में लाने के लिए लोग SEO (Search Engine Optimization) करते हैं। जिसका SEO (Search Engine Optimization) अच्छा होगा, उसका ब्लॉग या वेबसाइट सबसे पहले आएगा। जिसका SEO (Search Engine Optimization) अच्छा नहीं होगा, उसका ब्लॉग या वेबसाइट पीछे रह जाएगा।

SEO (Search Engine Optimization) के बारे में संक्षेप में बताना सम्भव नहीं है क्योंकि यह बहुत ही लम्बा टॉपिक है। SEO (Search Engine Optimization) के बारे में हम जल्द ही किसी और पोस्ट में आपको विस्तार से बताएँगे। तब तक आप अपना पूरा ध्यान ब्लॉग बनाने पर दें।

Step 9 – अपने ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ाएँ

अपने ब्लॉग से पैसे कमाने के लिए यह जरूरी है कि लोग आपके ब्लॉग पर आएँ और उसमें दी गई जानकारियों को पढ़ें। अगर आप अपने लेख को अच्छी तरह से लिखते हैं और उसका अच्छी तरह से SEO (Search Engine Optimization) करते हैं तो 2 से 3 महीने में आपके ब्लॉग पर अच्छे खासे लोग आना शुरू हो जाएँगे।

आप चाहे तो अपने ब्लॉग का प्रमोशन भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने ब्लॉग के आर्टिकल्स को सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं। इससे आपके ब्लॉग पर ज्यादा लोग आएँगे। मतलब आपके ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ेगी। जितनी ज्यादा आपके ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ेगी उतनी ज्यादा आपकी कमाई होगी।

Step 10 – अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ें

Blogging से पैसे कमाने के लिए आपको अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ना होगा। अपने ब्लॉग को Adsense से जोड़ने के बाद ही आप अपने ब्लॉग से कमाई कर सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये Adsense क्या है ?

Adsense, Google का ही एक Product है जो आपके और Advertiser के बीच में एक Bridge का काम करता है। जितने भी Advertiser होते हैं, वह अपना सारा Ad सीधे आपको न देकर Adsense नाम की इस Company को देते है। यह Company आपके ब्लॉग में Ad लगाती है।

अब जब तक आप इस Company से जुड़ेंगे नहीं, आपको Ad कौन देगा और जब तक आपको Ad नहीं मिलेंगे तो कमाई कहाँ से होगी। इसलिए आपको Adsense से जुड़ना ही होगा।

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डोमेन नाम By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब किसी अन्य भाषा में पढ़ेंडाउनलोड करेंध्यान रखेंसंपादित करेंयह लेख domain names in the Internet के बारे में है। अन्य प्रयोगों के लिए, Domain (disambiguation) देखें।एक डोमेन नाम एक पहचान स्ट्रिंग है जो इंटरनेट के भीतर प्रशासनिक स्वायत्तता, अधिकार या नियंत्रण के दायरे को परिभाषित करता है। डोमेन नाम विभिन्न नेटवर्किंग संदर्भों में और एप्लिकेशन-विशिष्ट नामकरण और पते के उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं। सामान्य तौर पर, एक डोमेन नाम एक नेटवर्क डोमेन की पहचान होता है, या यह एक इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) संसाधन का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे कि इंटरनेट तक पहुंचने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक व्यक्तिगत कंप्यूटर, एक वेब साइट की मेजबानी करने वाला एक सर्वर कंप्यूटर, या स्वयं वेब साइट या कोई अन्य सेवा इंटरनेट के माध्यम से संचार किया। 2017 में, 330.6 मिलियन डोमेन नाम पंजीकृत किए गए थे।[1]पूरी तरह से योग्य डोमेन नाम में लेबल का पदानुक्रमडोमेन नाम डोमेन नाम प्रणाली (डीएनएस) के नियमों और प्रक्रियाओं द्वारा बनते हैं। DNS में पंजीकृत कोई भी नाम एक डोमेन नाम है। डोमेन नाम DNS रूट डोमेन के अधीनस्थ स्तरों (उप-डोमेन) में आयोजित किए जाते हैं , जो कि नामहीन है। डोमेन नामों का पहला-स्तरीय सेट शीर्ष-स्तरीय डोमेन (TLD) हैं, जिनमें जेनेरिक शीर्ष-स्तरीय डोमेन (gTLD) शामिल हैं, जैसे कि प्रमुख डोमेन कॉम, सूचना, नेट, edu और org, और देश कोड शीर्ष -वेल डोमेन(CcTLDs)। DNS पदानुक्रम में इन शीर्ष-स्तरीय डोमेन के नीचे, दूसरे-स्तर और तीसरे-स्तर के डोमेन नाम हैं, जो आमतौर पर अंत-उपयोगकर्ताओं द्वारा आरक्षण के लिए खुले हैं जो स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक्ट करना चाहते हैं, अन्य सार्वजनिक रूप से सुलभ इंटरनेट संसाधन बना या चला सकते हैं।इन डोमेन नामों का पंजीकरण आमतौर पर डोमेन नाम रजिस्ट्रार द्वारा प्रशासित किया जाता है जो जनता को अपनी सेवाएँ बेचते हैं।एक पूरी तरह से योग्य डोमेन नाम (FQDN) एक डोमेन नाम है जो DNS के पदानुक्रम में सभी लेबल के साथ पूरी तरह से निर्दिष्ट है, जिसमें कोई भाग छूटा नहीं है। परंपरागत रूप से एक FQDN DNS पेड़ के शीर्ष को निरूपित करने के लिए एक डॉट (.) में समाप्त होता है।[2] डोमेन नाम प्रणाली में लेबल केस-असंवेदनशील हैं, और इसलिए इसे किसी भी वांछित पूंजीकरण विधि में लिखा जा सकता है, लेकिन अधिकांश सामान्य डोमेन नाम तकनीकी संदर्भों में छोटे अक्षरों में लिखे जाते हैं।[3]सरल विविरण संपादित करेंडोमेन नाम एक नामकरण है जो इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग की पहचान करता है। एक डोमेन नाम अक्षर, संख्या और विशेष वर्ण जैसे किसी भी वर्ण का संयोजन हो सकता है। इसमें विभिन्न एक्सटेंशन जैसे .com, .net, .org आदि होते हैं।सभी वेबसाइट पृष्ठभूमि में एक अद्वितीय आईपी पते से जुड़ी हुई हैं। आईपी ​​एड्रेस (इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस) एक संख्यात्मक पता है जो ब्राउज़र को बताता है कि इंटरनेट में उस वेबसाइट को कहां रखा गया है।मूल रूप से, किसी भी वेबसाइट की पहचान आईपी पते से होती है। लेकिन संख्यात्मक पता होने के कारण, हम इंसानों को यह याद रखना मुश्किल है। डोमेन नाम अवधारणा को आसान बनाने के लिए शुरू किया गया था। एक डोमेन नाम एक आईपी पते के लिए एक आसान नाम है जिसे हम आईपी पते की तुलना में आसानी से याद कर सकते हैं। सरल शब्दों में, यह आईपी एड्रेस का एक मानव पठनीय संस्करण है।किसी एक डोमेन नाम की मदद से, हम एक या एक से अधिक आईपी पते पा सकते हैं। उदाहरण के लिए, google.com एक डोमेन नाम है जो सैकड़ों आईपी को संदर्भित करता है। किसी विशेष वेबपृष्ठ की खोज करने के लिए URL में डोमेन नाम का भी उपयोग किया जाता है।कार्यपद्धती संपादित करेंइंटरनेट पर सभी वेबसाइटों को होस्ट या सर्वर में संग्रहीत किया जाता है। जो एक विशेष आईपी को इंगित करते हैं और यह कि आईपी एक डोमेन नाम के साथ जुड़ा हुआ है।जब भी हम किसी वेबसाइट का नाम अपने ब्राउज़र के URL बार में जोड़ते हैं, तभी वह डोमेन नाम की सहायता से सर्वर के IP को इंगित करता है, ताकि हम अपनी खोज की गई वेबसाइट और उस पर इससे संबंधित जानकारी देख सकें संगणक।यह एक चक्र की तरह है। जिसमें हम सबसे पहले अपने ब्राउज़र पर एक डोमेन लिखकर डोमेन में प्रवेश करते हैं। तब इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी) सर्वर खोज करता है और हमें डोमेन नाम सर्वर, रूट सर्वर और अन्य सर्वर की मदद से उस डोमेन से संबंधित जानकारी भेजता है।डोमेन नाम के प्रकार संपादित करेंTLD - शीर्ष स्तर के डोमेन संपादित करेंशीर्ष स्तर के डोमेन (TLD) को इंटरनेट डोमेन एक्सटेंशन के रूप में भी जाना जाता है। यह किसी भी डोमेन का अंतिम भाग है, जहाँ डोमेन नाम समाप्त होता है और इसे पहली बार विकसित किया गया था। यह बहुत एसईओ के अनुकूल होने के कारण, यह वेबसाइट को आसानी से रैंक करने में मदद करता है। साथ ही, यह Google खोज इंजन को अधिक महत्व दे रहा है।TLD एक्सटेंशन का उदाहरण.com (वाणिज्यिक).org (संगठन).net (नेटवर्क).gov (सरकार).edu (शिक्षा).name (नाम).biz (व्यवसाय).info (सूचना)CcTLD - देश कोड शीर्ष स्तर के डोमेन संपादित करेंइस प्रकार के डोमेन का उपयोग किसी विशेष देश के अनुसार किया जाता है। इसका नाम किसी देश के ISO CODE (नाम के दो अक्षर) के आधार पर रखा गया है।CcTLD एक्सटेंशन का उदाहरण.Us: संयुक्त राज्य अमेरिका.cn: चीन.in: भारत.ch: स्विट्जरलैंड.rs: रूस.br: ब्राज़ीलवैसे, कई अन्य डोमेन नाम भी हैं, लेकिन हम उन्हें ब्लॉग या वेबसाइट बनाने के लिए उपयोग नहीं करते हैं। यहां तक ​​कि आप डोमेन नाम में विभिन्न अन्य भाषाओं का उपयोग कर सकते हैं।उप-डोमेन नाम संपादित करेंउप-डोमेन या सब-डोमेन किसी मुख्य डोमेन नाम का एक हिस्सा होता है। कोई भी डोमेन नाम धारक इसे कई सब-डोमेन में विभाजित कर सकता है।

डोमेन नाम By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब किसी अन्य भाषा में पढ़ें डाउनलोड करें ध्यान रखें संपादित करें यह लेख domain names in the Internet के बारे में है। अन्य प्रयोगों के लिए,  Domain (disambiguation)  देखें। एक  डोमेन नाम  एक पहचान स्ट्रिंग है जो इंटरनेट के भीतर प्रशासनिक स्वायत्तता, अधिकार या नियंत्रण के दायरे को परिभाषित करता है। डोमेन नाम विभिन्न नेटवर्किंग संदर्भों में और एप्लिकेशन-विशिष्ट नामकरण और पते के उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं। सामान्य तौर पर, एक डोमेन नाम एक नेटवर्क डोमेन की पहचान होता है, या यह एक इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) संसाधन का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे कि इंटरनेट तक पहुंचने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक व्यक्तिगत कंप्यूटर, एक वेब साइट की मेजबानी करने वाला एक सर्वर कंप्यूटर, या स्वयं वेब साइट या कोई अन्य सेवा इंटरनेट के माध्यम से संचार किया। 2017 में, 330.6 मिलियन डोमेन नाम पंजीकृत किए गए थे। [1] पूरी तरह से योग्य डोमेन नाम में लेबल का पदानुक्रम डोमेन नाम  डोमेन नाम प्रणाली  (डीएनएस) के नियमों और प्रक्रियाओं द्वारा बनते हैं। ...

डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता क्यों होती है? (Why Digital Marketing is Required ?)By वनिता कासनियां पंजाबडिजिटल मार्केटिंग आज के समय में कैसा प्रारूप ले चुका है जिसकी आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को समझना बहुत जरूरी है. क्योंकि आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग अपना एक अहम योगदान उपभोक्ता और उत्पादकों के बीच में निभा रही है. आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग की मुख्य आवश्यकता के बारे में.आज के समय में इतने अधिक उत्पाद और ब्रांड बढ़ गए हैं जिसकी वजह से प्रत्येक उपभोक्ता असमंजस में रहता है कि कौन सा उत्पाद खरीदा जाए और कौन सा नहीं. अब पहले की तरह किसी भी मैसेज या फिर किसी एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नहीं होती है. डिजिटल मार्केटिंग उपभोक्ताओं को ऐसा स्थान प्रदान करता है, जहां पर वे आसानी से प्रत्येक उत्पाद व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से विस्तार से समझने में सक्षम हो पाते हैं. और उत्पादक भी उपभोक्ताओं की जरूरत को समझते हुए अपने उत्पादों का निर्माण करता है, और सरल तरीके से प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचने में सक्षम होता है.इस प्लेटफार्म के जरिए प्रत्येक उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही वे आसानी से किसी भी उत्पाद व सेवाओं के बारे में अच्छा और बुरा पढ़कर उसको अपने जीवन में अपना सकते हैं. इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के वजह से कई सारे धोखाधड़ी और कालाबाजारी करने वाले लोग कम हो गए हैं. किसी भी प्रकार की वस्तु व सेवाओँ की खरीदारी हम ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये उचित मूल्य पर आसानी कर सकते है. वह उन वस्तुओं सेवाओं को पाकर संतुष्टि भी प्राप्त करते हैं.बाजार में बहुत सारे उत्पाद व सेवाएं मौजूद है अब किस पर विश्वास किया जाए और नहीं इसमें सबसे बेहद सहायक रास्ता डिजिटल मार्केटिंग है, जो किसी भी ब्रांड पर विश्वास कायम करने में हमारी मदद करता है. यदि उपभोक्ताओं का विश्वास किसी ब्रांड पर नहीं बनेगा, तो वे उस ब्रांड को उपयोग में नहीं ला पाएंगे. ऐसे में व्यापारियों का बहुत बड़ा नुकसान होता है, जिसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था को भी क्षति पहुंच सकती है.यह एक ऐसा प्लेटफार्म बन गया है जहां पर एक ही समय में एक ही वस्तु के कई सारे प्रकार उपभोक्ताओं के सामने प्रदर्शित किए जा सकते हैं. जिससे वे उन वस्तुओं व सेवाओं की तुलना करने के बाद अपनी जरूरत के अनुसार सबसे बेस्ट चीज चुन सकते हैं.डिजिटल मार्केटिंग के लाभ (Digital Marketing Benefits)डिजिटल मार्केटिंग के जरिए व्यापारियों व उपभोक्ताओं दोनों को ही लाभ पहुंचता है. वे किसी भी वस्तु को लेकर जागरूक भी होते हैं, व उससे आसानी से जुड़ते भी हैं. किसी भी वस्तु के लिए जागरूक और उस वस्तु पर विश्वास होने से वे अपनी मनचाही जरूरतों को आसानी से पूरा करने में मदद मिलती हैं.नई खरीदारों और नए व्यापारियों के लिए यह एक बेहतर प्लेटफार्म है जिससे वे एक दूसरे की जरूरत को समझते हुए काम करते हैं. नए व्यापारियों को यह आगे बढ़ने का मौका देता है, तो नए खरीदारों को बेहतर सेवाएं व वस्तुएं प्राप्त करने का एक उचित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है.डिजिटल मार्केटिंग के जरिए किसी भी वस्तुओं सेवाओं के विस्तार में बहुत अधिक सहायता मिलती है, क्योंकि यदि एक व्यक्ति को वह वस्तु या सेवा अधिक पसंद आती है, तो वह अपने मित्र व सगे संबंधियों के बीच उसे आसानी से शेयर भी करता है. इससे किसी भी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं को वितरित करने में आसानी होती है.उपभोक्ताओं व उत्पादक का सीधा संपर्क होने की वजह से वह आसानी से किसी भी सेवा व वस्तु का पूरा लाभ शीघ्रता और आसानी से प्राप्त कर सकते है. सही मायने में देखा जाए तो उचित कीमत पर सही वस्तु व सेवाएं उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एक सबसे सुगम और सरल रास्ता डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है. इसकी वजह से वे पूरी तरह संतुष्ट होते हैं और आनंद की प्राप्ति करते हैं.एक ऐसा सरल रास्ता उपभोक्ताओं और उत्पादकों के बीच डिजिटल मार्केटिंग बन चुका है जहां से आसानी से किसी भी ब्रांड की विश्वसनीयता को उपभोक्ताओं के बीच में बढ़ाने में सहायता मिलती है. व्यापारियों द्वारा निर्मित किसी भी वस्तु को अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्थापित करने में इसका बहुत बड़ा योगदान है.किसी भी व्यवसाय को बढ़ाने और अपने उत्पादों को देश विदेश में पहुंचाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग सबसे अधिक किफायती और सुगम तरीका होता है. साथ में उपभोक्ता उत्पादक के बीच के संपर्क को भी बनाने मे सरलता मिलती है. यह एक ऐसा सरल तरीका है, जिसका उपयोग किसी भी देश में बैठे व्यक्ति आसानी से कर सकते हैं. यह देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार (Digital Marketing Types)मुख्य रूप से डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए 2 तरीके अपनाए जा सकते हैं, जिसमें ऑनलाइन मार्केटिंग और ऑफलाइन मार्केटिंग आते हैं.ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग :- डिजिटल मार्केटिंग में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ही नहीं बल्कि ऑफलाइन प्लेटफॉर्म भी अपनी अहम भूमिका निभाता है. इसमें बिना इंटरनेट से जुड़े आप अपने व्यवसाय से जुड़ी डिजिटल मार्केटिंग आसानी से कर सकते हैं. आइए जानते हैं कौन सी डिवाइस का उपयोग करके आप आसानी से ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफार्म पर अपना व्यवसाय ला सकते हैं.रेडियो :- रेडियो के बारे में तो आप जानते ही होंगे जो बहुत पुराना तरीका है और सबसे आसान भी. जिस समय इंटरनेट का अविष्कार भी नहीं हुआ था उस समय से रेडियो डिजिटल मार्केटिंग में अपनी अहम भूमिका निभाता रहा है. डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपनी बात आसानी से सभी उपभोक्ताओं के बीच में लाई जा सकती है. इंटरनेट के इतने इस्तेमाल के बाद भी अब तक रेडियो का इस्तेमाल कम नहीं हुआ है, बल्कि बीते 10 सालों में (साल 2018 तक) रेडियो चैनल्स की कमाई 470 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है.टीवी :– टीवी तो आमतौर पर सबके घरों में मिल ही जाती है. उस पर डेली सोप्स और फिल्मों के बीच कितने प्रकार के विज्ञापन आते हैं, कि उन्हें देखकर किसी भी वस्तुओं व सेवाओं के लिए हम जल्द ही आकर्षित हो जाते हैं. अतः डिजिटल मार्केटिंग का सबसे आसान और सबसे आकर्षित तरीका मात्र टीवी ही है.मोबाइल :- ऑफलाइन तरीके में मोबाइल का इस्तेमाल करके भी डिजिटल मार्केटिंग की जा सकती है, यह एक सबसे आसान तरीका है. ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसके हाथ में मोबाइल ना हो. ऐसे में ऑफलाइन तरीके से फोन करके या फिर मैसेजेस के जरिए आसानी से डिजिटल मार्केटिंग को अंजाम दिया जा सकता है.ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग :- इंटरनेट के इस्तेमाल ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को एक वृहद रूप प्रदान किया है. इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग आसानी से की जाती है. और सरलता से सभी उत्पाद व सेवाएं उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में मदद मिलती है.सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन :- इंटरनेट के इस्तेमाल ने वेबसाइट की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ा दी है. ऐसे में किसी भी वेबसाइट का स्तर बढ़ाने के लिए सर्च इंजन एक बेहतर स्थान है. किसी भी वेबसाइट पर कितने लोग आते हैं और उस विज्ञापन व उस वेबसाइट पर मौजूद कंटेंट को देखते हैं या फिर पढ़ते हैं, यह सब वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए बहुत जरूरी होता है और यह ट्रैफिक लाने का सबसे आसान तरीका माना गया है. पाठकों के लिए और बहुत से उपभोक्ताओं के लिए इनके बीच में कई सारे विज्ञापन भी प्रदर्शित किए जाते हैं. वह उन सेवा व वस्तुओं तक आसानी से पहुंचने में मदद भी करते हैं.सर्च इंजन मार्केटिंग :- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन एक ऐसा तरीका है, जिसके जरिए हम बिना कोई मूल्य चुकाए अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक ला सकते हैं. परंतु सर्च इंजन मार्केटिंग मतलब SEM एक ऐसा तरीका है जिस पर कुछ मूल्य चुकाने के बाद आप अपने विज्ञापनों को बड़ी-बड़ी वेबसाइट पर दिखा सकते हैं, जिससे आपको कई सारे उपभोक्ता आसानी से प्राप्त हो जाते है.पे पर क्लिक एडवरटाइजिंग (PPC) :- किसी भी प्रकार के विज्ञापन को चलाने के लिए यह बहुत आसान और सुगम तरीका है. वेबसाइट पर कुछ इस तरह के विज्ञापन प्रदर्शित किये जाते है, कि यदि कोई पाठक उस विज्ञापन पर क्लिक कर देता है तो ऐसे में वेबसाइट को एक निर्धारित मूल्य की प्राप्ति होती है. गूगल पर किसी भी प्रकार का सवाल डालने पर उससे जुड़े कई सारे जवाब हमारे सामने प्रदर्शित किए जाते हैं. और उनसे जुड़े बहुत से विज्ञापन भी दिखाए जाते हैं. ऐसे में उन विज्ञापनों पर मात्र एक क्लिक करने से ही और उसके बारे में वहां पर दी हुई जानकारी देखने से उस वेबसाइट का स्वामित्व रखने वाले व्यक्ति को गूगल द्वारा स्वयं ही एक राशि का भुगतान कर दिया जाता है.सोशल मीडिया मार्केटिंग :- आज के समय में किसी भी देश व किसी भी स्थान का व्यक्ति सोशल मीडिया के बिना नहीं रह सकता है. सोशल मीडिया पर बहुत सारे उत्पाद विज्ञापित किए जाते हैं और उनके जरिए आकर्षित वस्तुओं की ओर आकर्षित होकर बहुत जल्द उन्हें अपने जीवन में अपनाया भी जाता है. जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर आदि. इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बहुत से व्यापारी अपने प्रोडक्ट्स आसानी से उपभोक्ताओं तक पहुंचाते हैं. अतः उपभोक्ताओं की जरूरत उनकी इच्छा अनुसार पूरी करके कोई भी व्यापारी उनका पसंदीदा बन जाता है.कंटेंट मार्केटिंग :- कंटेंट मार्केटिंग के जरिए नियमित रूप से आने वाले पाठकों के लिए आकर्षित लेख डाले जाते हैं, जिन्हें पढ़कर वे वस्तुओं व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से समझ पाते हैं. जिन्हें पढ़कर कोई भी उपभोक्ता आसानी से किसी ब्रांड पर विश्वास करता है और उसका नियमित कस्टमर बन जाता है. इनमें मुख्य रूप से ब्लॉग पोस्ट वीडियो ई – बुक इंफोग्राफिक पॉडकास्ट आदि सम्मिलित किए जाते हैं, जो आसानी से किसी भी ब्रांड या प्रोडक्ट के लिए वेबसाइट को प्रमोट करते हैं. ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने का यह सबसे सरल और किफायती मार्ग बन चुका है.ई-मेल मार्केटिंग :- ईमेल मार्केटिंग भी पुराने तरीकों में से एक है इसके जरिए आसानी से कोई भी व्यापारी अपने द्वारा बनाए गए उत्पादों व सेवाओं को आसानी से विज्ञापित करके उपभोक्ताओं तक पहुंचा देता है. इसमें सबसे किफायती बात यह है कि यह सबसे सस्ता और सरल तरीका है. यह एक ऐसा सुगम तरीका है जो उपभोक्ताओं को व्यापारियों से जोड़ता है, और व्यापारियों को अपने व्यापार को बढ़ावा देने में बहुत सहायता मिलती है.एफिलेटेड मार्केटिंग :- एफिलेटेड मार्केटिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है, जो आजकल के युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सबके बीच में फैला हुआ है. यह तरीका उपभोक्ताओं तक उत्पाद तो पहुंचाता ही है, साथ ही बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करता है. घर में बैठी ग्रहणी हो या फिर रिटायर्ड हुए कोई व्यक्ति, प्रत्येक व्यक्ति रिलेटेड मार्केटिंग से आज के समय में जुड़ चुका है. मुख्य रूप से इसमें यह कार्य होता है कि कोई भी विश्वसनीय ब्रांड या प्रोडक्ट अपने सर्विस का प्रचार व प्रसार करते हैं और धीरे-धीरे उनसे कई व्यक्तियों को जोड़ लेते हैं. आगे के प्रचार व प्रसार में वे व्यक्ति उनकी मदद करते हैं जिसके बदले वे अपनी सेवाओं और वस्तुओं के विक्रय होने पर उन्हें कुछ कमीशन का भुगतान किया जाता हैं.अंत में यदि देखा जाए और समझा जाए तो डिजिटल मार्केटिंग किसी भी व्यापार को बढ़ाने और उसको उपभोक्ताओं के बीच लाने के लिए एक उचित प्लेटफार्म बन चुका है. यह उत्पादक और उपभोक्ताओं के बीच एक बेहतर और विश्वसनीय संबंध बनाने में बेहद सहायक सिद्ध हो रहा है. डिजिटल मार्केटिंग के जरिए तो धन की प्राप्ति होती ही है, साथ में कुछ ऐसे लोग भी हमसे जुड़ जाते हैं जो अपने खाली समय में धन अर्जित करने में सक्षम हो पाते हैं. व्यवसाय के विस्तार व प्रसार के लिए एक अहम प्लेटफार्म के रूप में डिजिटल मार्केटिंग को जाना जाता है. किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने का काम भी डिजिटल मार्केटिंग ही कर रहा है. इसलिए डिजिटल मार्केटिंग ने अपनी एक अच्छी खासी पकड़ व्यापारियों व उपभोक्ता के बीच बना ली है.

डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता क्यों होती है? (Why Digital Marketing is Required ?) By वनिता कासनियां पंजाब डिजिटल मार्केटिंग आज के समय में कैसा प्रारूप ले चुका है जिसकी आवश्यकता प्रत्येक व्यक्ति को समझना बहुत जरूरी है. क्योंकि आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग अपना एक अहम योगदान उपभोक्ता और उत्पादकों के बीच में निभा रही है. आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग की मुख्य आवश्यकता के बारे में. आज के समय में इतने अधिक उत्पाद और ब्रांड बढ़ गए हैं जिसकी वजह से प्रत्येक उपभोक्ता असमंजस में रहता है कि कौन सा उत्पाद खरीदा जाए और कौन सा नहीं. अब पहले की तरह किसी भी मैसेज या फिर किसी एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नहीं होती है. डिजिटल मार्केटिंग उपभोक्ताओं को ऐसा स्थान प्रदान करता है, जहां पर वे आसानी से प्रत्येक उत्पाद व सेवाओं के बारे में पूरी तरह से विस्तार से समझने में सक्षम हो पाते हैं. और उत्पादक भी उपभोक्ताओं की जरूरत को समझते हुए अपने उत्पादों का निर्माण करता है, और सरल तरीके से प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचने में सक्षम होता है. इस प्लेटफार्म के जरिए प्रत्येक उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार उत्पा...

Apne blog ki traffic kaise badhaye Apni website ki traffic kaise badhaye *वनिता कासनियां पंजाब* अपने Blog की Traffic कैसे बढाए (How to increase your blog traffic for free) : जब भी कोई नया Blogger अपने Blog या Website की शुरुआत करता है तो शुरू के कई महीनों तक उसके दिमाग में यही प्रश्न घूमता रहता है कि अपने Blog की Traffic कैसे बढाए (How to increase your blog traffic for free), अपनी Website की Traffic कैसे बढाए (How to increase my website traffic for free)। अपने इस प्रश्न का उत्तर पाने के लिए वह Google में Search करता है “अपने Blog की Traffic कैसे बढाए” (How to increase your blog traffic for free) और “अपनी Website की Traffic कैसे बढाए” (How to increase my website traffic for free), लेकिन उसको सन्तोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं होता है। आज हम आपको विस्तार से बताएँगे कि अपने Blog की Traffic कैसे बढाए (How to increase your blog traffic for free), अपनी Website की Traffic कैसे बढाए (How to increase my website traffic for free)। किसी Blog या Website की सफलता के लिए Traffic कितना महत्तवपूर्ण है, इसे हम एक उदाहरण के द्वारा आसानी से समझ सकते हैं। मान लिया आपने एक बहुत ही अच्छी Shop खोली। आपके पास अपने Customers के लिए अच्छे से अच्छे Product हैं। आप अपने Customers को अच्छी से अच्छी Services भी देना चाहते हैं। अगर आपकी Shop पर कोई Customer न आए तो आपकी उस Shop का कोई महत्व नहीं रह जाता है। आपके सारे अच्छे से अच्छे Product और सारी Services बेकार हो जाती हैं, अगर आपकी Shop पर कोई Customer न आए। बिना Customer के आप अपनी Shop से एक पैसे की भी कमाई नहीं कर पाएँगे। ठीक यही हाल होता है उस Blogger का, जिसके पास Ideas तो बहुत अच्छे-अच्छे हैं लेकिन Traffic नहीं हो। बिना Traffic के अच्छे से अच्छा Blog भी बेकार है। Traffic के अभाव में उस Blog या Website की कोई Importance नहीं रह जाती है। जिस तरह से एक दुकानदार के लिए उसके ग्राहक Important होते हैं, ठीक उसी तरह से एक Blogger के लिए उसके Blog या Website पर आने वाली Traffic Important होती है। बिना Traffic के कोई Blogger अपने Blog से कमाई नहीं कर सकता है। उसके सारे अरमान धरे के धरे रह जाते हैं। दिन-रात वह Google में यही Search करता है कि अपने Blog की Traffic कैसे बढाए (How to increase your blog traffic for free), अपनी Website की Traffic कैसे बढाए (How to increase my website traffic for free), लेकिन उसकी समस्या हल नहीं हो पाती है। जब मैंने Blogging शुरू की थी, तब मेरे सामने भी यही समस्या आयी थी। मैं भी Google और YouTube में बस यही Search करता था कि “अपने Blog की Traffic कैसे बढाए” (How to increase your blog traffic for free) और “अपनी Website की Traffic कैसे बढ़ाए” (How to increase my website traffic for free)। जिसने जो बताया, Follow किया लेकिन समस्या जस की तस बनी रही। इसके बाद मैंने खुद कुछ ऐसी Tricks अपनाईं, जिससे मुझे एक महीने में ही परिणाम मिल गया। आज मेरे 8 Blog और Websites चल रही हैं। यह Blog मेरा Latest Blog है, जिस पर आप यह पोस्ट पढ़ रहे हैं। मुझे Blogging की Field में काम करते हुए आज 2 साल हो चुके हैं। इस Blog को बनाने और इस Post को लिखने का मेरा एकमात्र मकसद है कि अगर मेरी इस Post और मेरे अनुभव से आपकी कुछ मदद हो सके तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी। अपने Blog की Traffic कैसे बढाए (How to increase your blog traffic for free) अपने Blogging के 2 साल के अनुभव से मैंने जो निष्कर्ष निकाला, वह इस Post के रूप में आपके सामने है। इस Post को पूरा पढ़कर आप भी ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएँ। 1. अपने Blog की Traffic कैसे बढाए – लम्बी Post लिखकर अगर आप अपने Blog या Website की Traffic वास्तव में बढ़ाना चाहते हैं तो अपनी हर Post को कम से कम 2000+ शब्दों में लिखें। किसी Post को 2000+ शब्दों में लिखना थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन असम्भव नहीं है। अगर आपको अपने Topic की अच्छी तरह से जानकारी है तो आप उस Topic पर 2000 क्या 4000+ शब्दों में भी लिख सकते हैं। मैं अपनी किसी भी Post को कितना भी छोटा लिखूँ, वह 2000+ शब्दों में हो ही जाती है। अगर आपको Blogging का शौक है और आपको Blogging की पूरी जानकारी है तो आपके लिए किसी Post को 2000+ शब्दों में लिखना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। अब बात करते हैं कि आप अपनी Post इतनी लम्बी क्यों लिखें ? Google का साफ़ कहना है कि वह उसी Post को रैंक करता है जिसमें किसी Topic के बारे में गहराई से बताया गया हो। अब अगर किसी Topic के बारे में गहराई से बताया गया होगा तो वह Post अपने आप लम्बी हो जाएगी। अपनी Post को 2000+ शब्दों में लिखना मतलब Google को यह बताना है कि मैंने इस Topic के बारे में गहराई से बताने की कोशिश की है। ऐसे में आपकी Post के Rank होने के Chance अपने आप बढ़ जाएँगे। जैसे-जैसे आपकी Post Rank होगी, वैसे-वैसे आपकी Post पर Visitor आने लगेंगे। मतलब आपके Blog या Website की Traffic बढ़ना शुरू हो जाएगी। 2. अपने Blog की Traffic कैसे बढाए – High Quality Content लिखकर बड़ी Post को लिखना इसलिए जरूरी है क्योंकि Google इस बात पर बहुत ध्यान देता है कि किसी User ने आपकी Post पर कितना समय बिताया है। अगर आप छोटी Post लिखेंगे तो User को उस Post को पढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसकी वजाय अगर आप बड़ी Post लिखते हैं तो User को पढ़ने में ज्यादा समय लगेगा। अगर कोई User आपकी Post पर ज्यादा समय देता है तो इससे Google को यह पता चलता है कि आपने अपनी Post में High Quality Content लिखा है। इस वजह से User आपकी Post पर ज्यादा समय दे रहा है। आपकी Post पर कोई User जितना ज्यादा समय देगा, आपकी उस Post के Google में Rank होने के Chance बढ़ जाएँगे। अब इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपनी Post में कुछ भी लिख दें। अगर आप अपनी Post को ज्यादा लम्बा लिखने के चक्कर में कुछ भी लिख देंगे तो उससे आपको कोई फायदा होने वाला नहीं है। User आएगा और जब उसको आपकी Post में Quality Content नहीं मिलेगा तो वह जल्दी ही वापस चला जाएगा। वह आपकी Post पर ज्यादा Time नहीं दे पाएगा। इससे Google को पता चल जाएगा कि आपकी Post में Quality Content नहीं है। इसका असर यह होगा आपकी Post धीरे-धीरे पिछड़ती चली जाएगी। इसलिए Post की लम्बाई के साथ-साथ Content की Quality का भी ध्यान रखें। 3. अपने Blog की Traffic कैसे बढाए – Unique Content लिखकर अगर आप चाहते हैं कि User आपकी Post पर ज्यादा से ज्यादा समय दे तो यह जरूरी है कि आप कुछ नया लिखें, मतलब Unique Content लिखें। अगर आप वही सब लिखेंगे जो सभी ने लिखा है तो User आपकी Post पर ज्यादा Time क्यों देगा ? इसलिए आपकी कोशिश कुछ नया (Unique Content) लिखने की होनी चाहिए। देखा जाए तो Internet पर वह सब लिखना, जो पहले न लिखा गया हो, मिलना काफी मुश्किल है। फिर भी आप कोशिश कीजिए, आपकी Post दूसरों से थोड़ा अलग हो। आप अपनी Post में क्या अलग कर सकते हैं, यह आपके ऊपर निर्भर करता है। आपको अपने लेखन में कुछ रोचकता लानी होगी जिससे आप User को बाँध सकें। अपने बारे में भी थोड़ा बताइए कि आपने भी इस समस्या को Face किया था और आपने किस तरह उस समस्या का Solution निकाला। इससे User को आपसे जुड़ने में आसानी होगी। उसके मन में आएगा कि जब आप उस समस्या को Face कर चुके हैं और आप उस समस्या से निकल चुकें हैं तो वह क्यों नहीं निकल सकता है ? किसी दूसरे के Article से चुराने की कोशिश बिलकुल न करें। अपना खुद का नया (Unique Content) ही लिखें, तभी आपको कुछ फायदा होगा। 4. अपने Blog या Website पर Traffic बढ़ाने की Top Most Trick अब तक आपको पता चल गया होगा कि User का आपकी Post पर रुकना कितना जरूरी है। User आपकी Post पर ज्यादा समय दे, इसके लिए आप अपनी Post में Video भी Imbed कर सकते हैं। आप चाहें तो आवश्यकतानुसार अपनी Post में एक से ज्यादा Video भी Imbed कर सकते हैं। इससे बहुत ही ज्यादा फायदा होता है। मैंने अपनी कई Post को इसी Trick से Rank करबाया है। अपनी Post में Video Imbed करने से कई फायदे होते हैं। पहला फायदा यह होगा कि User को Topic के बारे में और अच्छी तरह से समझ में आएगा क्योंकि पढ़कर समझने की अपेक्षा देखकर समझना ज्यादा आसान होता है। वह Video को देखेगा तो उसको हर एक चीज अच्छी तरह से समझ में आएगी। दूसरा फायदा यह होगा कि उस Post का Reading Time बढ़ेगा। आप इस Trick से अपनी Post का Reading Time कितना भी बढ़ा सकते हैं। मतलब इस Trick से आपकी Post बहुत जल्दी Rank होगी। 5. अपनी Website की Traffic कैसे बढाए – Keywords का Use करके Google में अपनी Post को Rank कराने के लिए अधिक से अधिक Keywords का प्रयोग करें। जो आपका Primary Keyword होगा, जिसको आप अपनी Post में Rank कराना चाहते हैं, वह आपकी Post के Title में होना चाहिए। आपकी Post के URL में होना चाहिए। आपकी Post के पहले Paragraph में कम से कम 2 से 3 बार होना चाहिए। Heading और Sub-Heading में भी होना चाहिए। Image के Alt Tag में भी वह Keyword होना चाहिए। इसके अलावा आपका Main Keyword, पूरी Post में कम से कम 2% तक होना चाहिए। देखा जाए तो किसी Post को Rank कराने में Keywords का बहुत बड़ा हाथ होता है। आपको अपनी पोस्ट में उन Keywords का Use करना है, जिनको लोग ज्यादा Search करते हों। Apne blog ki traffic kaise badhaye Apni website ki traffic kaise badhaye अपने Blog की Traffic कैसे बढाए 6. अपनी Website की Traffic कैसे बढाए – On Page SEO करके अगर आप Blogging करते हैं तो आपने SEO (Search Engine Optimization) के बारे में जरूर सुना होगा। SEO (Search Engine Optimization) दो प्रकार का होता है – On Page SEO (Search Engine Optimization) और Off Page SEO (Search Engine Optimization). इनमें से On Page SEO हमारे हाथ में होता है इसलिए पहले अपने On Page SEO पर ज्यादा ध्यान दें। आपकी Post का On Page SEO जितना अच्छा होगा, आपकी Post के Rank होने के Chance उतने ही बढ़ जाएँगे। वैसे तो किसी Post को Rank कराने के लिए दोनों प्रकार के SEO का अच्छा होना बहुत जरूरी है। अगर मैं अपनी बात करूँ तो मैं On Page SEO पर बहुत ध्यान देता हूँ। मैं आप लोगों से भी कहना चाहूँगा कि आप अपने On Page SEO पर जरूर ध्यान दें क्योंकि यह हमारे हाथ में होता है। Off Page SEO में कहीं न कहीं हमें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है और इस पर थोड़ा Time भी ज्यादा लगता है। On Page SEO में ऐसा नहीं है। इसमें ज्यादा समय नहीं लगता है। इसे आप Post लिखते समय ही कर सकते हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि आप Off Page SEO पर ध्यान न दें। उस पर भी ध्यान दें लेकिन पहले On Page SEO पर ध्यान देना जरूरी है। अगर आप On Page SEO पर ध्यान देते हैं तो Off Page SEO अपने आप सुधर जाएगा। लोग क्या करते हैं, जैसे ही वह 10 Post लिखते हैं, Backlinks बनाना शुरू कर देते हैं। आप ऐसा न करें। पहले अपने Content पर ध्यान दें। अगर आपका Content अच्छा होगा तो आपको Off Page SEO करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। मैं केवल On Page SEO ही करता हूँ। मेरे इस समय 8 Blog और Websites हैं। आज तक मैंने कभी Off Page SEO नहीं किया है। कभी Backlinks नहीं बनाए हैं, फिर भी मेरे Blog और Websites Rank हो रही हैं। कहने का मतलब यह है कि पहले अपने Content और On Page SEO पर ज्यादा ध्यान दें। 7. पुरानी Post को Update करके अपने Blog की Traffic बढाए अक्सर हम लोग एक गलती करते हैं। जैसे-जैसे हम अपनी नयी Post लिखते जाते हैं, वैसे-वैसे अपनी पुरानी Post को भूलते जाते हैं। अपनी पुरानी Post को हर महीने Update करना न भूलें। ऐसा करने से Google को यह Message जाता है कि आपने अपनी Post में कुछ Add या Remove किया है। इससे आपकी पुरानी Post के Rank होने के Chance बढ़ जाएँगे। समय के अनुसार हर चीज बदलती रहती है इसलिए Google का मानना है कि समय के अनुसार आपकी Post में भी बदलाव होते रहना चाहिए। जरूरी नहीं कि आप अपनी Post को Edit ही करें। आप उसको Edit करने के लिए खोलें और बिना Edit किए हुए उसे Update कर दें। इससे आपको काफी फायदा होगा। बड़े-बड़े Blogger इस चीज पर बहुत ध्यान देते हैं। 8. अपनी Website की Traffic बढ़ाने का Top & Best तरीका हो सके तो आप अपने Blog या Website को एक App में भी Convert कर लें। किसी भी Blog या Website को App में Convert करना, अब बहुत ज्यादा कठिन नहीं रह गया है। यह काम आप Thunkable के द्वारा बहुत आसानी से कर सकते हैं। अब जरूरी नहीं कि आप उस App को Play Store में भी पब्लिश करें। आप उस App को Google Drive पर भी Save कर सकते हैं। उस App के Link को अपनी हर Post में Share करें। इससे किसी भी Visitor को दोबारा आपके Blog पर आने में आसानी होगी। आपके Blog या Website का App User के Mobile में होने से एक तो उसे आपके Blog या Website को याद नहीं रखना पड़ेगा। दूसरे उसे बार-बार अपने Browser में आपके Blog या Website के Address को टाइप नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा आपकी AdMob से भी Earning होगी। अगर आप App बनाना नहीं जानते हैं तो मैं आपकी मदद कर दूँगा। 9. अपने Blog की Traffic बढ़ाने का Latest तरीका 2018 आपने देखा होगा आज ज्यादातर लोग किसी भी जानकारी के लिए YouTube की तरफ जा रहे हैं। YouTube पर देखने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। देखा जाए तो इसके बहुत से कारणों में से एक कारण है, किसी भी YouTube Channel को आसानी से Subscribe करना और Bell Icon को Press करना। इससे उस User को YouTube Channel के सभी Notifications आसानी से मिलते रहते हैं। जिससे वह User उस Channel से जुड़ा रहता है। जबकि Blog या Website में Blog को Subscribe करने का Option बहुत ही कम Blogger Use करते हैं। अब तो आप अपने Blog में Bell Icon का भी Use कर सकते हैं। अपने Blog में Blog को Subscribe करने और Bell Icon का Option प्रमुखता से दें। साथ ही अपनी हर Post में Blog को Subscribe और Bell Icon को Press करने के लिए YouTubers की तरह जरूर कहें। हो सके तो इसका फायदा भी बताएँ। इससे जब भी आप अपने Blog पर कोई नयी Post डालेंगे तो उसे Notification मिल जाएगा और आपके Blog पर उस User के दोबारा आने के Chance बढ़ जाएँगे। 10. अपने Blog की Traffic कैसे बढाए – Guest Post लिखकर अपने Blog या Website पर Traffic बढ़ाने का एक बहुत ही प्रचलित तरीका है – Guest Post लिखना। जब हम Guest Post लिखते हैं तो इससे हमारे Blog या Website का Traffic बढ़ता है। इसके साथ-साथ हमें एक Backlink भी मिलता है। लेकिन इस बात की कोई गारन्टी नहीं होती है कि Guest Post को पढ़कर हर User हमारे Blog पर आ ही जाएगा। Guest Post के द्वारा ज्यादा से ज्यादा Users को अपने Blog पर लाने के लिए जो तरीका मैं अपनाता हूँ, वह मैं आपको बताने जा रहा हूँ। मुझे इस तरीके से बहुत फायदा हुआ है। आपको अच्छा लगे तो आप भी इसे अपनाकर इसका Result देख सकते हैं। मैं जब भी कोई Guest Post लिखता हूँ तो इस तरह से लिखता हूँ। Post का पहला हिस्सा मैं Guest Post के रूप में Submit करता हूँ। उसी Post का दूसरा हिस्सा, जो काफी Important होता है, वह मैं अपने Blog पर डालता हूँ। जो Link मैं Share करबाता हूँ, वह अपने Blog की वजाय अपनी उसी Post की करबाता हूँ। इससे लगभग सारे के सारे Users उस Post का शेष भाग पढ़ने के लिए मेरे Blog पर जरूर आते हैं। इस Trick से मुझे बहुत फायदा हुआ है। 11. How to increase my website traffic for free एक कहावत है, जो दिखता है वही बिकता है। जब तक लोग आपकी Post तक नहीं आ रहे हैं, तब तक आप अपनी Post को खुद उन तक ले जाने की कोशिश करें। मेरे कहने का मतलब है, आप अपनी Post को ज्यादा से ज्यादा Share करें। Facebook पर Share करें। Google Plus पर जरूर Share करें, क्योंकि यह Google का खुद का Product है। Social Media के अलग-अलग Platform पर अपना Page और अपना खुद का Group बना सकते हैं। अपनी Post को Social Media के उन Groups में ज्यादा से ज्यादा Share करें, जो Groups Blogging से Related हैं। ऐसा करके आप अपने Blog या Website की Traffic को बहुत ही जल्द बढ़ा सकते हैं। 12. How to increase your blog traffic for free अपने Blog या Website पर Traffic बढ़ाने का यह तरीका थोड़ा नया है। आप Popular Bloggers का Interview लेकर उसे अपने Blog में Post के रूप में Publish कर सकते हैं। हो सके तो उनकी Income के बारे में जरूर लिखें। Popular Bloggers के बारे में हर कोई जानना चाहता है, फिर चाहें वह खुद ही कितना बड़ा Blogger क्यों न हो। इसके अलावा Internet पर इस तरह की Post की संख्या बहुत ही कम है। ऐसे में आपकी Post का Google के पहले Page पर पहुँचना तय है। 13. अपने Blog की Traffic कैसे बढाए – अपने बारे में लिखकर इसके अलावा आप अपने Blog में अपने बारे में भी लिख सकते हैं क्योंकि हर इन्सान की कहानी अलग होती है। लोग आपके बारे में जरूर पढ़ना चाहेंगे। आप अपनी Income के बारे में भी लिख सकते हैं। लोग इस बात को जानने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं कि आप कहाँ-कहाँ से और कितना कमाते हैं ? 14. How to increase your blog traffic for free आप अन्य Bloggers के साथ अपना एक Meetup भी रख सकते हैं, जिस तरह से YouTubers रखते हैं। इससे आपको नए-नए Ideas मिलेंगे, साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोग भी आपसे जुड़ेंगे। कुछ और Tricks हैं जिनको अपनाकर मैंने अपने Blog और Websites की Traffic बढ़ाई है। समय की कमी की वजह से उन सभी Tricks को इस Post में जगह देना सम्भव नहीं है। जल्द ही मैं आपके लिए इस Post का दूसरा हिस्सा लेकर आऊँगा। मुझे पूरा विश्वास है अगर आप अपने Blog या Website की Traffic बढ़ाने के लिए इन तरीकों को अपनाएँगे तो आपकी यह समस्या हमेशा-हमेशा के लिए हल हो जाएगी कि अपने Blog की Traffic कैसे बढ़ाए (How to increase your blog traffic for free), अपनी Website की Traffic कैसे बढ़ाए (How to increase my website traffic for free)। उम्मीद है आपको हमारी यह Post जरूर अच्छी लगी होगी। अगर आपको हमारी यह Post पसन्द आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच ज्यादा से ज्यादा Share करें। अगर आपके मन में अपने Blog या Website की Traffic के सम्बन्ध में कोई Question है तो आप नीचे Comment करके हमसे पूँछ सकते हैं। हम आपकी Help जरूर करेंगे।