गेहूं बेचने वाले किसान ध्यान दें! यूपी सरकार इस मशीन से कर रही है खरीद, ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब
कोरोना के चलते भीड़ इकट्ठी न हो इसके लिए खरीद केंद्रों पर राज्य सरकार ने पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था की है.
जिलों में ई-पॉप के जरिए खरीद शुरू
देश के कई राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है. गेहूं खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार अब ई-पॉप मशीनों का इस्तेमाल कर रही है. गेहूं की खरीद में इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज (ई-पॉप) डिवाइस का प्रयोग करने वाला यूपी अब देश का पहला राज्य बन गया है. इसके इस्तेमाल से गेहूं खरीद में धांधली और गड़बड़ी की आशंका समाप्त हो जाएगी. इस मशीन की मदद से किसानों को उनके आनाज का भुगतान सीधे उनके खाते में मिलेगा.
राज्य के किसान अब अपने ही राज्य की मंडियों में किसान इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज (ई-पॉप) डिवाइस के माध्यम से गेहूं की बिक्री कर सकेंगे. यूपी सरकार के अनुसार, ई-पॉप मशीन से खरीद करने पर किसानों को कुल तौल की गई गेहूं की मात्रा व गेहूं के मूल्य की प्रिंटेड रसीद तत्काल दी जाएगी.
प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ई-पॉप मशीनें सरकार द्वारा उपलब्ध करा दी गई हैं. देश के इतिहास में यह पहली बार है, जब कोई अनाज खरीद प्रक्रिया में कृषक उत्पादक संगठनों को भी शामिल किया गया है. इसके अलावा खरीद केंद्रों पर ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश भी अफसरों को दिए गए हैं.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध
कोरोना के चलते भीड़ इकट्ठी न हो इसके लिए खरीद केंद्रों पर राज्य सरकार ने पहले से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की व्यवस्था की है. जिसके तहत, टोकन नंबर के हिसाब से किसान अपनी बारी आने पर खुद केंद्र पहुंच कर गेहूं बेच सकेंगे. इसके अलावा राज्य सरकार किसानों को उनके खेत के 10 किलोमीटर के दायरे में खरीद केंद्र उपलब्ध करा रही है, ताकि किसानों को गेहूं बेचने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े.
इन जिलों में ई-पॉप के जरिए खरीद शुरू
इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज एक मशीन है, जिसपर अंगूठा लगाकर कोटे से राशन मिलता है. इस मशीन के जरिए पहली खरीद बीते 7 अप्रैल को मुरादाबाद जिले में विपणन शाखा क्रय केन्द्र कुन्दरकी पर हुई. मुरादाबाद के अलावा बरेली, रामपुर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, आगरा आदि जिलों में भी ई-पॉप मशीन के माध्यम से खरीद प्रारम्भ हो गई है.

Wheat procurement in UP
ई-पॉप मशीन पर खरीद प्रक्रिया पूरी होते ही कुल तौल की गई गेहूं की मात्रा की प्रिन्टेड रसीद किसानों को तुरंत मिल रही है, जिसपर गेहूं की कुल तौल का मूल्य भी लिखा रहता है. खाद्य आयुक्त मनीष चौहान के अनुसार, उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां पर एमएसपी के अंतर्गत किसानों को लाभाविन्त करने व बिचैलियों की भूमिका को खत्म करने के लिए ई-पॉप मशीन के माध्यम से गेहूं खरीद की जा रही है.
यहां कराएं रजिस्ट्रेशन
सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2021-22 की फसल की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कहा है. जिस भी किसान को गेहूं बेचना है उन्हे जन सुविधा केंद्र या साइबर कैफे से खाद्य सुरक्षा के पोर्टल fcs.in पर ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा.
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